मेदांता, मैक्स, एम्स आदि अस्पतालों के चिकित्सकों से इलाज कराने के लिए पूरे देश से लोग देश की राजधानी दिल्ली पहुंचते हैं मगर ऐसा कम ही होता है कि लोगों को अपने घर के पास ही इन अस्पतालों के नामी चिकित्सकों से इलाज कराने कामौका मिल जाए। मध्य प्रदेश के मुरैना में 6 से 13 फरवरी तक चल रहे रोटरी मेडिकल मिशन राहत-2017 के चिकित्सा महाकुंभ में विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त 15 सौ से अधिक मरीजों का न सिर्फ ऑपरेशन किया गया बल्कि 50 हजार से अधिक मरीजों का इलाज भी हुआ। कई गंभीर मरीजों को शुरुआती जांच के बाद बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया।
मुरैना की इस ओपीडी में देश-विदेश के स्पेशलिस्ट डॉक्टरों ने मुरैना, श्योपुर, ग्वालियर, शिवपुरी, भिंड एवं राजस्थान के पड़ोसी शहर, कस्बों, ग्रामों से आए इन मरीजों के विभिन्न बीमारियों का जांच-परीक्षण किया, परामर्श दिया, उपचार प्रारंभ किया, ऑपरेशन भी किए एवं गंभीर ऑपरेशन के लिए उन्हें ग्वालियर के अस्पतालों में रेफर किया गया। लेप्रोस्कॉपिक, रीनल, हिस्ट्रॉरिक एवं आंख के कई ऑपरेशन शामिल थे। इसके अलावा सामान्य बुखार, छाती के दर्द, जलन, कफ व सर्दी, दंतरोगों, कान में दर्द, ईएनटी, पीलिया, मुंह के अल्सर, सूजन संबंधी समस्याओं के हजारों मरीजों का उपचार किया गया। मरीजों की आंखों का चेकअप भी किया गया। महिला मरीजों का गायनिक चेकअप भी चिकित्सकों ने किया। ओपीडी में बीमार नवजात बच्चों का भी उपचार किया गया। शरीर संबंधी विभिन्न समस्याओं के सैकड़ों मरीजों का इलाज किया गया।
रोटरी मेडिकल मिशन के कॉर्डिनेटर सांसद विवेक तन्खा एवं आयोजन समिति के अध्यक्ष सांसद अनूप मिश्रा ने शिविर की व्यवस्थाओं का अवलोकन कर आवश्यक निर्देश दिए।
गंभीर मरीजों को ग्वालियर के बिरला, केडीजे, सिम्स, जेएच, केआरएच एवं अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल में ऑपरेशन के लिए भेजा गया है। ग्वालियर के अस्पतालों में इन मरीजों की एमआरआई एवं सीटी स्कैन भी कराई जा रही है। मुरैना के जिला अस्पताल में भी सेवा का अभियान निरंतर जारी है। खास बात यह है कि इस राहत मिशन में गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल की मोबाइल वैन निरंतर सेवा देती रही। मेदांता के वरिष्ठ चिकित्सिक कैंसर विशेषज्ञ डॉ. दीपक गुप्ता न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुनील प्रकाश एवं कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. संजय उप्रेती ने इस कैंप में मरीजों की जांच, परीक्षण व उपचार किया। मोबाइल वैन द्वारा प्रतिदिन 150 से 200 तक की संख्या में मरीजों की छाती की जांच के लिए एक्सरे व ईको जांच की गई। मोबाइल वैन में सेवाएं देने वाले चिकित्सिकों ने हार्ट के मरीजों के साथ टी.बी. के मरीजों की भी जांच व इलाज की। मेदांता के अलावा एस्कॉर्ट, एम्स एवं मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली, सर गंगाराम हॉस्पिटल, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज दिल्ली, बॉम्बे हॉस्पिटल मुंबई, लीलावती हॉस्पिटल मुंबई, डॉक्टर श्रॉफ आई चौरिटेबल हॉस्पिटल, दिल्ली के जाने माने चिकित्सिकों ने भी मुरैना पहुंचकर रोटरी मेडिकल मिशन में सेवाएं दीं। कैंप में प्रमुख रूप से कैंसर, क्षयरोग (टीबी), हृदय रोग, शिशु रोग, आंख-कान-गला रोग, स्त्रीरोग एवं प्रसूति, तंत्रिका रोग, मिर्गी, मनोविकार, अस्थिरोग आदि के विशेषज्ञ शामिल हुए जिन्होंने नि:शुल्क अपनी सेवाएं दीं। प्रमुख डॉक्टरों में मैक्स दिल्ली के डॉ. प्रदीप चौबे, एम्स दिल्ली के पूर्व प्रोफेसर प्रकाश कोतवाल, शिशु रोग सर्जन प्रोफेसर मीनू बाजपेयी, प्रोफेसर राजेश मल्होत्रा, नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट दिल्ली के डॉक्टर ओपी यादव, एस्कॉर्ट हॉस्पिटल दिल्ली के प्रोफेसर युगल किशोर मिश्र, शिशु रोग सर्जन डॉ. रवीन्द्र वोरा के नेतृत्व में पुणे की विशेष टीम, स्पाइन सर्जन डॉ. विशाल कुन्दनानी मध्य प्रदेश फाउंडेशन के महासचिव एवं चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. हरीश भल्ला ने आसपास से आए सैकड़ों लोगों को सलाह एवं सहायता दी।