Advertisement

ओपिनियन और एग्जिट पोल की पोल-पट्टी

महाराष्ट्र में कुछ एग्जिट पोल ने भाजपा और शिवसेना गठबंधन को 230 से भी ज्यादा सीटें दी थीं, लेकिन जैसे ही नतीजे आए एग्जिट पोल के सारे आंकड़े फेल हो गए
फीके पड़े ओपिनियन पोल

आमतौर पर एग्जिट पोल चुनावी नतीजों की दिशा बताते हैं, लेकिन महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों ने तमाम एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल को पूरी तरह से नकार दिया। महाराष्ट्र में कुछ एग्जिट पोल ने भाजपा और शिवसेना गठबंधन को 230 से भी ज्यादा सीटें दी थीं, लेकिन जैसे ही नतीजे आए एग्जिट पोल के सारे आंकड़े फेल हो गए। हरियाणा में भी एग्जिट पोल का यही हश्र रहा। हालांकि, आजतक-एक्सिस माय इंडिया ने ऐन समय पर तकनीकी मसला बताते हुए दोबारा एग्जिट पोल दिखाया, जो नतीजों के आसपास रहा।

एबीपी के ओपिनियन पोल ने महाराष्ट्र में भाजपा और उसके सहयोगी दलों को कुल 194 सीटें और कांग्रेस गठबंधन को 86 सीटें दीं। हरियाणा में ओपिनियन पोल ने भाजपा 83, कांग्रेस को तीन और अन्य को चार सीटें दी।

वहीं, एग्जिट पोल की बात करें, तो महाराष्ट्र चुनाव के लिए आजतक-एक्सिस माय इंडिया ने भाजपा-शिवसेना को 166-194, कांग्रेस-राकांपा को 72-90 सीटें दी थीं। सीएनएन-न्यूज18 ने भाजपा-शिवसेना को 243, कांग्रेस-राकांपा को 41 सीट दिया।  टाइम्स नाउ ने भाजपा-शिवसेना को 230 और कांग्रेस-राकांपा को 48 सीटें दी। एबीपी-सी वोटर ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को 204 और कांग्रेस-राकांपा गठबंधन को 69 सीटें दीं। रिपब्लिक-जन की बात एग्जिट पोल में भाजपा-शिवसेना को 233 और कांग्रेस-राकांपा को 54 सीटें दी गई। टीवी 9-सिसेरो ने भाजपा-शिवसेना को 197, जबकि कांग्रेस-राकांपा को 75 सीट दिया। आधिकारिक नतीजों में महाराष्ट्र में भाजपा को 105 और शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। वहीं, कांग्रेस 44, तो राकांपा ने 54 सीटों पर जीत दर्ज की।

हरियाणा के एग्जिट पोल में हरियाणा के लिए आजतक-एक्सिस माय इंडिया ने भाजपा को 32-44, कांग्रेस को 30-42, जजपा को 6-10 सीटें दी थीं। रिपब्लिक-जन की बात ने भाजपा को 52-63, जजपा को 5-9 और कांग्रेस को 15-19 सीट दी, जबकि एबीपी ने भाजपा को 72, कांग्रेस को आठ और अन्य को 10 सीटें दी। सीएनएन-न्यूज18-इप्सोस ने भाजपा को 75 और कांग्रेस को 15 सीट दिए। टाइम्स नाउ ने भाजपा को 71, कांग्रेस को 11 और अन्य को 8 सीटें दीं। टीवी 9-सिसेरो ने भाजपा को 69 और कांग्रेस को 11 सीटें दीं।

एग्जिट पोल के उलट भाजपा 75 से दूर 40 पर सिमट गई, जबकि कांग्रेस ने 31 सीटों पर जीत दर्ज की। जननायक जनता पार्टी को 10 सीटों पर जीत मिली।

ओपिनियन पोल, एग्जिट पोल और नतीजों में इस भारी अंतर के बारे में एक पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त का कहना है कि ओपिनियन पोल, एग्जिट पोल और नतीजों में जो अंतर दिखा, उससे इनकी विश्वसनीयता पर बड़ा सवाल उठता है। वहीं, स्वराज इंडिया के अध्यक्ष और चुनाव-विश्लेषक योगेन्द्र यादव का कहना है कि हरियाणा और महाराष्ट्र में अगर ओपिनियन पोल के एकतरफा नतीजे नहीं दिखाए गए होते तो निश्चित तौर पर परिणाम कुछ और होते।

Advertisement
Advertisement
Advertisement