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11 नवंबर 2024 · NOV 11 , 2024

क्रिकेट: पाकिस्तानी गर्दिश

कभी क्रिकेट की बड़ी ताकत के नाते चर्चित टीम की दुर्दशा से वहां खेल के वजूद पर ही संकट
हार का सिलसिलाः हाल में रावलपिंडी में सौद सकील को आउट करने के बाद जश्न मनाते बांग्लादेशी गेंदबाज नाहिद राणा  (बाएं)

पाकिस्तान से क्रिकेट के बड़े-बड़े दिग्गज खिलाड़ी निकले हैं। इमरान खान, वसीम अकरम, जावेद मियांदाद, वकार यूनिस, जहीर अब्बास, इंजमाम उल हक। अगर हम पाकिस्तान के धुरंधर खिलाड़ियों पर गौर करें तो फेहरिस्त काफी लंबी है। कभी प्रतिभा खजाना रहा पाकिस्तानी क्रिकेट की मौजूदा हालत काफी गंभीर है। हाल में अपनी सरजमीं पर बांग्लादेश से टेस्ट शृंखला में हार से पाकिस्तानी क्रिकेट के वजूद को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पाकिस्‍तानी टीम घरेलू मैदान में लगातार 11 टेस्ट मुकाबले हार चुकी है। 2023 एकदिवसीय विश्व कप और 2024 टी20 विश्व कप में बदतर प्रदर्शन के बाद टीम बवंडर में फंसी हुई है। क्रिकेट बोर्ड, सिलेक्शन पैनल, कोचिंग स्टाफ में बदलाव तो पाकिस्तान की फितरत-सी बनी हुई है। हाल में बाबर आजम, शाहीन शाह अफरीदी जैसे खिलाड़ियों को बाहर करने के फैसले से रायता फैल गया है। क्या बार-बार कप्तान बदलना पाकिस्तान क्रिकेट की दुखती रग है? क्या चयन में पक्षपात पाकिस्तान को पीछे धकेल रहा है? क्या बाबर आजम दो साल के लीन पैच के कारण किंग का टैग और शाहीन चोट के बाद आत्मविश्वास और स्विंग खो चुके हैं?

2022 के आखिर से उथल-पुथल से गुजर रहा पाकिस्‍तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) अब तक इसका कोई हल नहीं ढूंढ पाया है। तत्कालीन अध्यक्ष रमीज रजा की बर्खास्तगी के बाद हालात और बिगड़ गए हैं। तब से अब तक पीसीबी का नेतृत्व तीन अध्यक्ष कर चुके हैं, जिनमें हरेक अपने साथ बैकरूम स्टाफ और टीम नेतृत्व में कई बदलाव लेकर आए।

नवंबर 2023 में वनडे विश्व कप में पाकिस्तान के ग्रुप चरण से बाहर होने के बाद सभी प्रारूपों के कप्तान बाबर आजम ने इस्तीफा दे दिया था। पीसीबी ने कप्तान अलग-अलग कर दिए और टेस्ट टीम की बागडोर मसूद को सौंप दी, जबकि तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी को टी20 का नेतृत्व सौंपा गया। नकवी ने पीसीबी अध्यक्ष का पद संभाला, तो उन्होंने सिर्फ एक सीरीज के बाद अफरीदी को हटा दिया और बाबर को बहाल कर दिया। लेकिन कुछ हफ्ते पहले वर्कलोड बताकर बाबर ने फिर कप्तानी से इस्तीफा दे दिया।

खराब फॉर्म से जूझ रहे बाबर और शाहीन शाह अफरीदी को इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के पहले मुकाबले में बड़ी शर्मिंदगी वाली हार हासिल करने के बाद टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। नसीम शाह भी टीम से बाहर कर दिए गए। अगले मैच में टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करके घरेलू पिच पर 11 हार का सिलसिला तोड़ा। लेकिन सवाल जस का तस रहा। हाल में खेल के सभी प्रारूपों में उसका प्रदर्शन बहुत खराब रहा है। 1992 में आइसीसी पुरुष 50 ओवर के विश्व कप और 2009 में टी20 विश्व कप में जीत अब दूर की याद बन चुकी है। हाल के वर्षों में द्विपक्षीय शृंखलाओं में निचली रैंकिंग वाली टीमों से हार या वैश्विक प्रतियोगिताओं में चौंकाने वाले परिणाम ही पाकिस्तानी क्रिकेट प्रशंसकों ने देखा है।

पाकिस्तान का आखिरी उल्लेखनीय प्रदर्शन नवंबर 2022 में ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप में आया था, जिसमें टीम अंततः इंग्लैंड के खिलाफ एकतरफा फाइनल हार गई थी। पाकिस्तान टी-20 विश्व कप 2024 में पहले दौर से आगे नहीं बढ़ पाया, जब उसे क्रिकेट के नौसिखिए अमेरिका से हार का सामना करना पड़ा, जिसने सह-मेजबान के रूप में ही टूर्नामेंट के लिए अर्हता प्राप्त की थी। टूर्नामेंट से पहले पाकिस्तान ने पहली बार आयरलैंड के खिलाफ टी-20 मैच गंवाया था। भारत में आयोजित 2023 क्रिकेट विश्व कप में पाकिस्तान अपने नौ में से पांच मैच हार गया और ग्रुप चरण में ही टूर्नामेंट से बाहर हो गया।

नवंबर 2022 से अब तक कितने लोगों ने पाकिस्तान को कोचिंग दी है...तो आंकड़ा है सात! वे हैं: सकलैन मुश्ताक, अब्दुल रहमान (अंतरिम कोच), ग्रांट ब्रैडबर्न, मोहम्मद हफीज, अजहर महमूद (अंतरिम कोच), गैरी कर्स्टन (वर्तमान व्हाइट-बॉल कोच) और जेसन गिलेस्पी (वर्तमान रेड-बॉल कोच)। आर्थर के कोच रहते टीम ने आखिरी आइसीसी खिताब, 2017 में आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। इसमें कोई दो राय नहीं कि अलग-अलग कोच अलग-अलग विचार लेकर आते हैं और खिलाड़ियों के लिए उनकी भूमिकाएं भी अलग-अलग होती हैं। इससे अनिश्चितता और असंगति पैदा होती है और खिलाड़ी मजबूर होकर अपने लिए खेलना शुरू कर देते हैं।

बहरहाल, पाकिस्तान क्रिकेट को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें असंगत प्रदर्शन, प्रबंधन संबंधी मुद्दे और खिलाड़ी चयन विवाद शामिल हैं। घरेलू क्रिकेट के विकास, अपर्याप्त सुविधाओं और सियासी हस्तक्षेप को लेकर भी चिंताएं हैं। इसके अतिरिक्त, टीम को मानसिक लचीलेपन और खेल के विभिन्न प्रारूपों के साथ तालमेल बिठाने में भी कठिनाई का सामना करना पड़ा है, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन पर असर पड़ा है। देखना होगा कि गर्दिश में पड़े सितारे कैसे चमक बिखेरने वापस आते हैं।

 

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