आम आदमी पार्टी की पंजाब में सरकार के खिलाफ प्रमुख विपक्षी दल की भूमिका में कांग्रेस के स्थानीय नेताओं को यह मंजूर नहीं कि जो सरकार सियासी बदला भंजाने की भावना से उनके नेताओं को जेल भेज रही है, उसके साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा जाएगा। ‘इंडिया’ की हालिया मुंबई बैठक के अगले ही दिन पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल चीमा के कांग्रेस के साथ गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ने के बयान पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वंडिंग ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक बुलाई। उसमें सांसदों, विधायकों और जिला अध्यक्षों ने एक सुर से इस संभावित गठबंधन को सिरे से खारिज कर दिया। राज्य नेताओं की राय से पार्टी आलाकमान को हैदराबाद में 15 और 16 सितंबर को होने वाली कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राजा वंडिंग और नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा अवगत कराएंगे।
राजा वंडिंग ने आउटलुक से कहा, “हमें पंजाब में लोकसभा की सभी 13 सीटों पर चुनाव की तैयारी करने को कहा गया है। गठबंधन का फैसला केंद्रीय नेतृत्व का है। नेतृत्व को पंजाब के नेताओं की राय से अवगत कराया जाएगा।” पार्टी छोड़ने की धमकी देते हुए एक पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा, “ऐसा करके कांग्रेस खुद को मजबूत करने के बजाय और कमजोर करेगी। गठबंधन की सूरत में कांग्रेस की पंजाब में विपक्ष की भूमिका ही खत्म हो जाएगी। भगवंत मान की सरकार ने कांग्रेस के दर्जन भर नेताओं को विजिलेंस जांच में फंसाया है, उसके साथ कांग्रेस आलाकमान कैसे गठबंधन की सोच रहा है।”
कांग्रेस नेताओं के खिलाफ विजिलेंस कार्रवाई की आंच मंद होने के आसार नहीं हैं। आप प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा, “पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर पार्टी के पास जिताऊ मजबूत उम्मीदवार हैं मगर शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर गठबंधन की सूरत में भ्रष्ट कांग्रेसी यह न सोचें कि गठबंधन उनके लिए सुरक्षा कवच का काम करेगा। कार्रवाई से बचने के लिए कई कांग्रेसी भले ही भाजपा में चले गए हैं पर वे भी विजिलेंस के शिकंजे से बच नहीं पाएंगे।”
भगवंत मान सरकार के डेढ़ साल के कार्यकाल में पंजाब विजिलेंस ने कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी समेत 10 पूर्व कैबिनेट मंत्रियों, विधानसभा के पूर्व स्पीकर और विधायकों पर कार्रवाई की है। इनमें पूर्व उप-मुख्यमंत्री ओपी सोनी,साधु सिंह धर्मसोत, पूर्व कैबिनेट मंत्री भारतभूषण आशु और श्याम सुंदर अरोड़ा जेल जा चुके हैं जबकि ब्रह्म मोहिंद्रा, बलबीर सिंह सिद्धू, संगत सिंह गिलजियां, विजयेंद्र सिंगला, गुरप्रीत सिंह कांगड़ और विधानसभा के पूर्व स्पीकरण राणा केपी सिंह के खिलाफ विजिलेंस जांच जारी है। कैप्टन अमरिंदर सिंह के सलाहकार रहे बीआइएस चहल भी भ्रष्टचार के आरोप में गिरफ्तार हैं।