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चर्चा में रहे जो
सुष्मिता देव

महिला सांसदों की बढ़े भागीदारी

बात महिलाओं की हो लेकिन उस चर्चा में महिलाएं ही न हों। कुछ यही हश्र हुआ है महिलाओं की शादी की उम्र बढ़ाने के लिए बनी संसद की स्थायी समिति की। भाजपा के वरिष्ठ नेता विनय सहस्रबुद्धे के नेतृत्व में यह समिति बनाई गई है। वैसे तो इसमें अलग-अलग दलों के 31 सदस्य हैं, लेकिन तृणमूल कांग्रेस की सांसद सुष्मिता देव अकेली महिला सदस्य हैं। यानी पुरुष ही विचार और तय करेंगे कि महिलाओं के लिए क्या अच्छा है और क्या बुरा। सरकार ने 21 दिसंबर को संसद के शीत सत्र में बाल विवाह निषेध (संशोधन) विधेयक पेश किया था। इसमें महिलाओं की शादी की न्यूनतम उम्र 21 साल करने का प्रस्ताव है, जो अभी 18 साल है। समिति में एकमात्र महिला सदस्य की बात सुष्मिता देव ने ही उठाई। उन्होंने कहा, “बेहतर होता कि इसमें और महिला सदस्य होतीं। लेकिन मैं कोशिश करूंगी कि समिति के अध्यक्ष सबकी बात सुनें।” सुष्मिता ने सहस्रबुद्धे से आग्रह किया है कि वे सभी महिला सांसदों को समिति के सामने अपनी बात रखने का अवसर दें। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने भी कहा है कि महिलाओं की शादी की उम्र पर चर्चा करने वाली समिति में ज्यादा महिला सांसद होने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि समिति के अध्यक्ष को यह अधिकार है कि वे ज्यादा सांसदों को चर्चा के लिए बुलाएं। राज्यसभा में 29 और लोकसभा में 81 महिला सांसद हैं।

जब इस विधेयक को लोकसभा में पेश किया गया था, तो कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, राकांपा की सुप्रिया सुले, एआइएमआइएम के असदुद्दीन ओवैसी और तृणमूल के सौगत राय ने जल्दबाजी में विधेयक लाने पर आपत्ति उठाई थी। विधेयक महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने पेश किया था। इस संशोधन विधेयक में बच्चे की परिभाषा बदली गई है और 21 साल से कम उम्र की महिला या पुरुष को ‘बाल’ माना गया है। उम्र के मामले में यह नया कानून पुराने ईसाई विवाह कानून, पारसी विवाह एवं तलाक कानून, मुस्लिम पर्सनल लॉ, विशेष विवाह कानून, हिंदू विवाह कानून और विदेशी विवाह कानून सबके ऊपर होगा।

वानखेड़े की एनसीबी से विदाई

समीर वानखेड़े

समीर वानखेड़े की मुंबई एनसीबी से विदाई हो गई है। उन्हें एनसीबी से एक्सटेंशन नहीं मिला। आइआरएस अधिकारी वानखेड़े तब बहुत सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने एक क्रूज पार्टी से शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद राकांपा नेता नबाव मलिक ने उन पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। कयास थे कि उन्हें एनसीबी में ही एक्सटेंशन मिल जाएगा, लेकिन वानखेड़े को फिर से राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) भेज दिया गया है। वानखेड़े पहले इसी विभाग में थे। इसी विभाग से उन्हें मुंबई एनसीबी में जोनल डायरेक्टर बनाया गया था। 2008 बैच के राजस्व सेवा अधिकारी महाराष्ट्र के रहने वाले वानखेड़े की पहली पोस्टिंग मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर डिप्टी कस्टम कमिश्नर के रूप में थी। वहां अपने काम की बदौलत बाद में उन्हें आंध्र प्रदेश और फिर दिल्ली भी भेजा गया। हालांकि उन पर गलत तरीके से ड्रग्स मामले पकड़ने के भी आरोप लगे।

पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री खेलेंगे रणजी ट्राफी

मनोज श्रीवास्तव

इस साल बंगाल की ओर से रणजी ट्राफी में एक खास खिलाड़ी खेलेंगे। खेल मंत्री मनोज तिवारी को बंगाल ने रणजी ट्रॉफी टीम में जगह दी है। ममता बनर्जी कैबिनेट में खेल मंत्री के रूप में काम कर रहे मनोज ने पिछले साल तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर शिबपुर सीट से चुनाव लड़ा था और भाजपा के रतिन चक्रवर्ती को 6000 से ज्यादा मतों से हराया था। सियासी पिच पर जमने के बाद मनोज ने क्रिकेट से दूरी बना ली थी लेकिन अब वे फिर मैदान पर वापसी के लिए तैयार हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में मनोज का यह 17वां साल है। इससे पहले वे मार्च 2020 में सौराष्ट्र के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के फाइनल में खेले थे। इस बार वे अभिमन्यु ईश्वरन की अगुवाई वाली बंगाल टीम में अपने प्रशंसकों को शानदार खेल दिखाएंगे। टीम अपना पहला मैच त्रिपुरा के खिलाफ खेलेगी। 125 फर्स्ट क्लास मैच में मनोज तिवारी ने 50.36 के औसत से 8965 रन बनाए हैं। उनके खाते में 27 शतक और 37 अर्धशतक हैं। नाबाद 303 उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा है। मनोज ने 12 वनडे और तीन टी20 भी खेले। वनडे में एक शतक भी लगाया है।

बुली बाई ऐप मामले में गिरफ्तारी

बुली बाई

मुंबई पुलिस की साइबर सेल शाखा ने बुली बाई ऐप मामले में बेंगलूरू के एक 21 साल के लड़के और उत्तराखंड की 22 साल की लड़की को पकड़ा है। लड़का बेंगलूरू में इंजीनियरिंग का छात्र है। मुंबई पुलिस को कुछ दिन पहले ही इस ऐप से संबंधित शिकायत मिली थी। बुली बाई ऐप पर नामी मुस्लिम महिला एक्टिविस्ट, पत्रकार, समाजसेवी या मुखर रहने वाली महिलाओं की तस्वीर को गलत तरीके से पेश कर उनकी बोली लगाई जाती थी। ज्यादातर तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ कर उन्हें अश्लील रूप दिया गया था। इस मामले में कई शिकायतें मिलने के बाद मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। ऐप पर लगभग 100 मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड की गई थीं। इससे पहले नीलामी की तस्वीर वाला सुल्ली डील ऐप भी आ चुका है। तब आइटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इससे सख्ती से निबटा जाएगा। हालांकि उस मामले में दिल्ली पुलिस अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं कर पाई है

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कदमों के निशां

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बीच बहस में

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अखिलेश यादव

भगवान श्री कृष्ण हर दिन मेरे सपने में आते हैं, कल भी आए थे। कह रहे थे कि समाजवादी सरकार बनने जा रही है।

अखिलेश यादव, सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री

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