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राजस्थान: गहलोत का नया गेम

देश में पहली बार किसी खेल में एक साथ 30 लाख से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं
ग्रामीण ओलंपिक के शुभंकर शेरू का अनावरण

राजस्थान सरकार ओलंपिक में पिछड़ रहे प्रदेश को राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों के जरिए राज्य को अव्वल बनाने का ख्वाब संजो रही है। इन खेलों का आयोजन ग्राम पंचायत स्तर पर 29 अगस्त से 1 सितंबर तक  ब्लॉक स्तर पर 12 सितंबर से 15 सितंबर, जिला स्तर पर 22 सितंबर से 25 सितंबर तथा राज्य स्तर पर 2 अक्टूबर से 5 अक्टूबर तक किया जाएगा। आयोजन राज्य के  खेल विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं स्थानीय प्रशासन के समन्वय से किया जा रहा है। इसमें कबड्डी, शूटिंग बॉल, खो खो, वॉलीबॉल, टेनिस बॉल क्रिकेट और हॉकी सहित छह खेल शामिल हैं ।

इन खेलों की कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है। यही वजह है कि इस अनूठे खेल आयोजन में हिस्सा लेने के लिए ग्रामीणों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। राज्य भर से करीब 30 लाख ग्रामीणों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। दिलचस्प बात यह है कि करीब ढाई लाख महिलाओं ने कबड्डी के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है। करीब चालीस हजार महिलाओं ने क्रिकेट खेलने की इच्छा जताई है। सभी खिलाड़ियों को मिलाकर 2 लाख टीमें बनाई गई हैं। 9 लाख 21 हजार 504 महिला प्रतिभागी और 19 लाख 90 हजार से ज्यादा पुरूष प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है।                    

प्रदेश में पहली बार हो रहे खेलों के सबसे बड़े आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि आज राजस्थान में खेलों के प्रति जो माहौल बन रहा है वह अविश्वसनीय है। यदि प्रदेश के प्रतिभावान खिलाड़ियों की खोज कर उन्हें  प्रशिक्षण दिया जाए तो वे राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश एवं प्रदेश का नाम रोशन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने खेलों के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर खेल मैदान तैयार करवाए हैं। खिलाड़ियों के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है और प्रदेश में एक नई खेल संस्कृति का निर्माण हो रहा है। उन्होंने खेलों के सफल आयोजन के लिए आमजन के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम के इनडोर हॉल में राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल के शुभंकर ‘शेरू’ का अनावरण किया और एक थीम सॉन्ग भी लांच किया।

खेलने को तैयार खिलाड़ी

राज्य की कांग्रेस सरकार ने खेलों के प्रति युवाओं का आकर्षण बढ़ाने के लिए जिला और राज्य स्तर के विजेता खिलाड़ियों के लिए सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता देने का भी ऐलान किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जिला और राज्यस्तर के विजेताओं को पंचायत कांट्रेक्चुअल काडर के रिक्त पदों की नियुक्ति में प्राथमिकता दी जाएगी।

राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक आयोजन से जुड़ी पूर्व ओलंपियन, विधायक और राज्य खेल परिषद की अध्यक्ष कृष्णा पूनिया ने बताया कि ग्रामीण ओलंपिक्स का मुख्य उद्देश्य खेल प्रतिभाओं को आगे लाना है। उन्होंने कहा कि इस ओलंपिक गेम्स की खास बात यह है कि इसमें उम्र का बंधन नहीं है। देश में पहली बार किसी खेल में एक साथ 30 लाख से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या में खिलाड़ियों ने एक साथ किसी खेल आयोजन में कभी हिस्सा नहीं लिया है। उनका कहना है कि ग्रामीण ओलिंपिक विश्व रिकॉर्ड के साथ संपन्न होंगे।     

वहीं भाजपा सांसद एवं पूर्व ओलंपियन कर्नल राजयवर्धन सिंह राठौड़ का कहना है कि इसमें खेल कम सियासत अधिक नजर आ रही है। राठौड़ का कहना है कि आधारभूत सुविधाओं का विकास किए बिना इस तरह के आयोजन का कोई फायदा नहीं होगा। सांसद का कहना है कि जयपुर ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र में खेल की आधारभूत सुविधाएं विकसित की है। यहां सिर्फ सियासी फायदा उठाने के लिए आयोजन किया जा रहा है।

संसाधनों और खेल मैदानों की कमी को लेकर भले ही कुछ सवाल हो लेकिन राजस्थान के गांवों में आयोजन को लेकर उत्साह है। उत्साह का आलम यह है कि भरतपुर जिले के सुहारी गांव निवासी किसान पप्पू गुर्जर ने मैदान तैयार कराने के लिए अपने खेत में खड़ी फसल को काट दिया और मैदान के लिए जमीन उपलब्ध करा दी। मुख्यमंत्री गहलोत का कहना है ऐसा ही आयोजन शहरी स्तर पर भी होगा।

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