एक अंग्रेजी दैनिक की खबर के अनुसार अगस्त अंत तक सरकार इन फ्लाइट इंटरनेट सुविधा दे सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सिविल एविएशन इस मसले पर टेलिकम्यूनिकेशन विभाग की मंजूरी का इंतजार कर रहा है। अभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भारत में अपना वाईफाई बंद कर देती हैं क्योंकि यहां पर सुरक्षा कारणों की वजह से इन फ्लाइट इंटरनेट पर प्रतिबंध है।
फिलहाल भारत के ऊपर से गुजरने वाले किसी भी एयरक्राफ्ट को वाईफाई चलाने की अनुमति नहीं है। यह निर्णय तब लिया गया था जब भारतीय एयरलाइनंस का प्लेन दिल्ली से काठमांडू जाते वक्त सन 1999 में हाईजैक कर लिया गया था। इतने सालों के बाद सिविल एविएशन मंत्रालय अब वाईफाई परमिशन देने का इच्छुक है। बीते मार्च में एयर इंडिया ने कहा था कि वह जुलाई से एयरक्राफ्ट में वाईफाई सुविधा इंट्रेड्यूस करना चाहते हैं ताकि यात्री फ्लाइट में भी ईमेल देख सकें। फिलहाल एयर फ्रांस, लुफ्थांसा, ब्रिटिश एयरवेज, सिंगापुर एयरलाइंस जैसी नामी एयरलाइंस के साथ करीब 70 अंतरराष्ट्रीय एयलाइंस इन फ्लाइट इंटरनेट सुविधा देती हैं।