बद्रीनाथ यात्रा मोबाइल ऐप को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जारी किया। चमोली जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए इस मोबाइल एप्लीकेशन के जरिेये यात्री जोशीमठ से लेकर बद्रीनाथ धाम तक की यात्रा से संबंधित सारी जानकारी ले सकेंगे। अगर यात्री ऑनलाईन हैं तो यह मोबाइल ऐप उनकी लोकेशन अपने आप खोज लेगा। अगर यात्री ऑनलाईन नहीं भी हैं तो भी यात्री ऑफलाइन महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध रहेंगी।
गढ़वाल मंडलायुक्त चंद्र सिंह नपलच्याल ने बताया कि मोबाइल एप में एटीएम, पेट्रोल पंप, होटल, रेस्टोरेंट, सार्वजनिक पेयजल, शौचालय, पार्किंग, बस स्टैंड, टैक्सी स्टैंड, वर्कशाप आदि की जानकारी सहित यात्री उसकी वर्तमान लोकेशन से बद्रीनाथ धाम की दूरी तथा वहां के फोन नंबर भी मिल जाएंगे।
उन्होंने बताया कि यह ऐप सभी सुविधाएं गूगल मैप के जरिये भी प्रदर्शित करेगा और आपदा प्रबंधन में भी यह बहुत सहायक रहेगा। इस ऐप में रास्ता बंद होने या भूस्खलन होने पर वैकल्पिक मार्ग की जानकारी तथा राजमार्ग पर स्थित प्रमुख गांवों, राशन की दुकानों की जानकारी भी उपलब्ध कराएगा।
नपलच्याल ने कहा कि मोबाइल ऐप के अपडेट विकल्प के माध्यम से यात्रियों को मौसम और रास्तों की नवीनतम स्थिति से भी अवगत कराया जाएगा। इसमें उत्तराखंड के व्यंजनों की जानकारी भी दी गई है। इस ऐप को बनाने में युवा अधिकारी जॉइंट मजिस्ट्रेट मंगेश का योगदान भी बहुत अहम रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेशेवर विशेषज्ञों का सहयोग लेकर इस ऐप को और अधिक उपयोगी बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर बद्रीनाथ के लिए शुरू किए गए इस एप्लीकेशन को चारों धाम और बाद में अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों तक भी विस्तारित किया जा सकता है।
रावत ने इंटरनेट सेवाओं में सुधार लाने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि मैदानी क्षेत्रों में वाई फाई के लिए ऑप्टिकल फाइबर कारगर है लेकिन पर्वतीय क्षेत्रों में इंटरनेट सेटैलाईट के माध्यम से ही संभव है और इसके लिए केंद्र सरकार से बात की जा रही है।