इजरायली हमलों में कम से कम 58 फलस्तीनियों की मौत हो गई है। गाजा में स्थित तीन अस्पतालों के अनुसार, मध्य रात्रि में किए गए हमलों में कई मकानों को निशाना बनाया गया, जिससे सोते हुए बच्चों और महिलाओं समेत कई लोगों की जान चली गई। मंगलवार को इजरायल ने गाजा में फिर से भीषण हमले शुरू कर दिए, जिससे युद्धविराम समझौता टूट गया। इस समझौते के तहत दो दर्जन से अधिक बंधकों की रिहाई संभव हुई थी।
इजराइल ने नए सिरे से लड़ाई शुरू होने के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया है। इस उग्रवादी समूह ने उस नए प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था जो उस समझौते में शामिल नहीं था जिस पर हस्ताक्षर किए गए थे। हमास द्वारा इस प्रस्ताव को अस्वीकार किए जाने के बाद इजराइल ने हमले किए।
इजराइल ने मंगलवार सुबह भी गाजा पट्टी क्षेत्र में हवाई हमले किए थे जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित 400 से अधिक फलस्तीनी मारे गए थे। हमास द्वारा रॉकेट दागने या अन्य हमले करने की कोई जानकारी नहीं मिली है।
बृहस्पतिवार तड़के हुए हमलों में से एक हमला अबासन अल-कबीरा गांव में एक मकान पर हुआ। यह गांव खान यूनिस के बाहर इजराइल की सीमा के पास है। यह गांव उस इलाके में है जिसे इजराइली सेना ने इस सप्ताह की शुरुआत में खाली करने का आदेश दिया था। गांव के निकट स्थित ‘यूरोपियन हॉस्पिटल’ ने बताया कि इस हमले में कम से कम 16 लोग मारे गए जिनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं।
दक्षिणी शहर रफा में स्थित ‘यूरोपियन हॉस्पिटल’ ने कहा कि रात भर किए गए हमलों के बाद उसके पास कुल 36 शव लाए गए जिनमें ज्यादातर महिलाओं एवं बच्चों के शव हैं। खान यूनिस स्थित नासिर अस्पताल में सात शव लाए गए जिनमें से चार को ‘यूरोपियन हॉस्पिटल’ में स्थानांतरित कर दिया गया था। उत्तरी गाजा में, ‘इंडोनेशियन हॉस्पिटल’ ने बताया कि उसके पास 19 लोगों के शव लाए गए।