माॅरीशस में पहली बार किसी महिला को राष्ट्रापति चुना गया है। बृहस्पतिवार को माॅरीशस की संसद ने जानी-मानी रसायन वैज्ञानिक अमीना फिरदौस गुरीब-फाकिम को देश का अगला राष्ट्रापति बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इस मौके पर स्पीकर शांतिबाई माया हनुमानजी ने कहा है कि राष्ट्रापति पद पर गुरीब-फाकिम की नियुक्ति देश के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। माया हनुमानजी खुद भी मॉरीशस की पहली महिला स्पीकर हैं।
उल्लेखनीय है कि मॉरीशस में विपक्ष ने भी अमीना गुरीब-फाकिम की नियुक्ति का समर्थन किया था, जिसके बाद मतदान महज औपचारिकता मात्र था। मॉरीशस के प्रधानमंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ ने कहा है कि वह हमेशा महिला और पुरुष के बीच बराबर में यकीन रखते हैं। जगन्नाथ ने ही गुरीब-फाकिम को राष्ट्रापति बनाने का प्रस्ताव पेश किया था। वर्ष 1968 में ब्रिटेन से आजादी हासिल करने वाले मॉरीशस के इतिहास में सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुंचने वाली 56 वर्षीय गुरीब-फाकिम पहली महिला हैं। वह अॉर्गेनिक कैमिस्टी की प्रोफेसर हैं और वर्ल्ड बैंक जैसी संस्थाओं के साथ भी काम कर चुकी हैं।
दिसंबर में लेबर पार्टी की हार के बाद मॉरीशस के राष्ट्रपति कैलाश पुरयुग ने पिछले हफ्ते पद छोड़ दिया था। गौरतलब है कि उन्हें वर्ष 2012 में लेबर पार्टी की सरकार ने पुरुयुग को राष्ट्रपति बनाया था। लेकिन पिछले साल दिसंबर में चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ की पार्टी ने गुरीब-फाकिम को देश का राष्ट्रपति बनाने का वादा किया था।