कैलिफोर्निया और 14 अन्य राज्यों ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा करने संबंधी फैसले के खिलाफ केस दर्ज कराया है। बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को राष्ट्रीय आपतकाल की घोषणा की और कहा कि अवैध आव्रजकों के धावे से देश की रक्षा के लिए यह जरूरी है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अटॉर्नी जनरल लेतीतिया जेम्स ने सोमवार को दायर मामले में कहा कि सैन्य निर्माण एवं अन्य कार्यक्रमों के लिए प्रयोग किए जाने वाले धन को अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाने पर खर्च करने से न्यूयॉर्क की सार्वजनिक सुरक्षा को खतरा होगा। इस मुकदमे में शामिल सभी राज्यों के अटॉर्नी जनरल डेमोक्रेटिक हैं। ट्रम्प ने शुक्रवार को आपातकाल की घोषणा कर दी थी ताकि वह कांग्रेस की मंजूरी मिले बिना ही दीवार बनाने के लिए अरबों डॉलर इस्तेमाल कर सकें। मामले में आरोप लगाया गया है कि ट्रम्प ऐसा करके संकट पैदा कर रहे हैं और उनकी घोषणा ‘‘असंवैधानिक एवं गैरकानूनी’’ है।
ट्रंप ने क्या कहा?
राष्ट्रपति ने रोज गार्डन में संवाददाताओं से कहा कि आपातकाल की घोषणा करने का कदम अवैध आव्रजकों, अपराधियों और मादक पदार्थों के तस्करों के धावे से देश को बचाने के लिए जरूरी था। बता दें कि दीवार बनाने का वादा ट्रंप ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में किया था। इस मामले पर डेमौक्रैट्स से विवाद इतना बढ़ गया कि अमेरिका में कामबंदी तक हुई। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पूर्व में भी दीवार बनाने के लिए आपातकाल के ऐलान की बात कही थी।
क्या है मामला?
बता दें कि इसी हफ्ते सरकारी कामकाज को फिर से ठप होने से बचाने और अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाने को लेकर अमेरिकी सांसदों के बीच समझौता हुआ था। इस समझौते के तहत राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को दीवार बनाने के लिए महज 1.4 अरब डॉलर की राशि मिलने की घोषणा की गई थी।
डॉनल्ड ट्रंप ने इसके लिए 5.7 अरब डॉलर की मांग की थी, लेकिन उन्हें बेहद कम करीब 1.4 अरब डॉलर की राशि मिली। इस धन से महज 55 मील लंबी बाड़ लग सकती है। यह स्टील की बाड़ होगी जबकि ट्रंप ने कंक्रीट की दीवार बनाने का वादा किया था। अब अपने चुनावी वादे को पूरा करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ने आपातकाल का ही ऐलान कर दिया।