अमेरिकी सरकार के मासिक आंकड़ों से ये खुलासा हुआ है। पाकिस्तानियों को भी इन्हीं दो महीनों में कम वीजा दिया गया है। अमेरिकी विदेश विभाग के आंकड़ों के आधार पर पाकिस्तानी मीडिया ने ये जानकारी दी है। पाकिस्तान के लोगों को इस वर्ष अप्रैल में 3925 और मार्च में 3973 वीजा दिया गया।
गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के समय में वर्ष 2016 में 78637 गैर आप्रवासन वीजा जारी किया गया था जिसके अनुसार मासिक औसत 6553 बनता है। यानी इस वर्ष इस संख्या में 40 फीसदी की कटौती हो गई है। इस वर्ष मार्च से पहले अमेरिकी विदेश विभाग मासिक नहीं बल्कि वार्षिक डाटा जारी करता था। वर्ष 2015 में भी औसतन 6179 वीजा पाकिस्तान के लोगों को जारी किए गए थे।
वैसे पाकिस्तान के नागरिकों को वीजा में कटौती किए जाने को लेकर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने बहुत संतुलित प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ‘वीजा की मांग पूरे साल एक जैसी नहीं होती और कई कारकों से प्रभावित होती है। गर्मियों और सर्दियों की छुट्टियों के पीक पर्यटक सीजन में ये मांग बढ़ जाती है। इसी प्रकार देश, राष्ट्रीयता या वीजा की श्रेणी के अनुसार भी वीजा की मांग में कमी या वृद्धि होती है।’
अगर भारतीयों को मिलने वाले वीजा की बात करें तो इस वर्ष मार्च में 97,925 जबकि अप्रैल में 87,049 लोगों को गैर आप्रवासन वीजा जारी किया गया। पिछले वर्ष भारत को औसतन हर महीने 72,082 वीजा जारी किए गए थे। पिछले साल कुल 864987 भारतीयों को इस श्रेणी में अमेरिका का वीजा मिला था।
वैसे वीजा में कमी के मामले में पाकिस्तान अकेला मुस्लिम देश नहीं है जो इस सूची में शामिल है। करीब 50 मुस्लिम आबादी बहुल देशों के डाटा का विश्लेषण बताता है कि इन देशों को मिलने वाले वीजा मंजूरी में 20 फीसदी तक की कमी आई है। राष्ट्रपति ट्रंप ने जिन छह देशों, ईरान, सीरिया, सूडान, सोमालिया, लीबिया और यमन के लोगों पर यात्रा प्रतिबंध लगाया था उन देशों को मिलने वाले वीजा में 55 फीसदी की कटौती हुई है। (एजेंसी)