डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने कहा कि कोरोना वायरस के संभावित टीके को लेकर उन्हें वैज्ञानिकों की बात पर तो विश्वास है, लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रपं पर नहीं। बता दें कि अमेरिका में तीन नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले इन दिनों टीके का मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है।
बिडेन ने कोरोना वायरस के संभावित टीके पर जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों से चर्चा करने के बाद डेलावेयर के विलमिंगटन में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण के वितरण और कोरोना वायरस परीक्षण को लेकर ट्रंप की 'अक्षमता और बेईमानी' का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका टीके को लेकर उन विफलताओं को दोहरा नहीं सकता।'
बिडेन ने कहा, "मुझे वैक्सीन पर भरोसा है, मुझे वैज्ञानिकों पर भरोसा है लेकिन मुझे डोनाल्ड ट्रंप पर भरोसा नहीं है, और इस समय अमेरिकी लोगों को भी (ट्रंप पर भरोसा) नहीं है।"
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि एक महीने के अंदर कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार हो जाएगी। ट्रंप ने कहा कि एफडीए के चलते पिछले प्रशासन को कोरोना वैक्सीन बनाने में सालों लग होते हैं लेकिन हम इसे कुछ ही हफ्तों में प्राप्त कर लेंगे। दुनियाभर में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस के केस अमेरिका में आए हैं और यहां महामारी से लाखों लोगों की मौत भी हुई है।
सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि व्हाइट हाउस एफडीए पर अमेरिकी चुनाव से पहले एक टीके को मंजूरी देने के लिए दबाव डाल रहा है। अमेरिका में तीन नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने वाला है। टीके विकसित करने वाली दवा कंपनियों ने संयुक्त रूप से कहा है कि वे वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभाव जांचने के बाद ही टीके बाजार में उपलब्ध कराएंगे।