रिपब्लिकन पार्टी का गढ़ माने जाने वाले अमेरिका के अलाबामा प्रांत में सीनेट की सीट पर आज 25 साल बाद डेमोक्रेट उम्मीदवार डाउग जोंस को जीत मिली है। जोंस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा समर्थित उम्मीदवार रॉय मूर को मात दी है। मूर के चुनाव प्रचार अभियान के दौरान उन पर किशारों के यौन उत्पीड़न का आरोप चर्चा में रहा था।
माना जा रहा है कि मूर की हार ट्रंप के लिए करारा राजनीतिक झटका है। ट्रंप ने अलाबामा मे रिपब्लिकन पार्टी का समर्थन किया था और मूर की तरफ से रैली भी की थी।
मूर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद रिपब्लिकन पार्टी के ज्यादातर राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने उनसे दूरी बना ली थी, लेकिन ट्रंप ने ट्वीटों और सार्वजनिक बयानों के जरिए खुलकर उनका समर्थन किया।
वोटों की गिनती के बाद अलाबामा के मंत्री जॉन मेरिल ने बताया कि 63 साल के जोंस को 49.92 फीसदी जबकि मूर को 48.38 फीसदी वोट मिले।
जोंस ने ट्वीट किया, ‘‘शुक्रिया अलाबामा ।’’ हालांकि, 70 साल के मूर ने अब तक हार नहीं मानी है। उन्होंने अपने समर्थकों से कहा, ‘‘जब वोट (प्रतिशत) इतना करीब है...यह खत्म नहीं हुआ है ।’’ जीत का अंतर डेढ़ प्रतिशत से थोड़ा अधिक है ।
नए सीनेटर अगले साल पद की शपथ लेंगे। पिछले 25 साल में ऐसा पहली बार हुआ है कि रिपब्लिकन के गढ़ अलाबामा में सीनेट की सीट पर डेमोक्रेट को जीत मिली है।
जोंस की अप्रत्याशित जीत से 100 सदस्यीय सीनेट (अमेरिकी संसद का उच्च सदन) में रिपब्लिकन बहुमत घटकर 51-49 हो जाएगा।
चुनाव प्रचार अभियान के दौरान मूर ने इन आरोपों का सामना किया कि उन्होंने 1970 के दशक में, जब वह 30 से 40 साल के बीच की उम्र के थे और सहायक जिला अटॉर्नी के पद पर थे, किशोरियों से छेड़खानी की ।
ट्रंप ने जोंस की जीत पर उन्हें बधाई दी । उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘काफी कड़े मुकाबले में जीत हासिल करने पर डाउग जोंस को बधाई ।’’