प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को कहा कि भारत को वाशिंगटन पर हाल ही में लगाए गए "अस्वीकार्य" उच्च टैरिफ को वापस लेना चाहिए। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि वह जी -20 शिखर सम्मेलन के मौके पर अपनी बैठक के दौरान मोदी के सामने इस मुद्दे को उठाएंगे।
उन्होंने कहा, "मैं इस तथ्य के बारे में प्रधान मंत्री मोदी के साथ बात करने के लिए उत्सुक हूं कि भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ बहुत अधिक टैरिफ डाल रहा है, अभी हाल ही में टैरिफ में और भी वृद्धि हुई है। यह अस्वीकार्य है और टैरिफ को वापस लेना चाहिए!"
बता दें कि अमेरिका और भारत के बीच पिछले लगभग एक साल से टैरिफ को लेकर इसी तरह की जुबानी जंग चल रही है। पहले अमेरिका ने कुछ भारतीय उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाया था, तो वहीं उसके बाद भारत की तरफ से भी टैरिफ में बढ़ोतरी की गई थी। इनमें मशहूर हार्ले डेविडसन बाइक कंपनी पर भी टैरिफ शामिल था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत से तरजीही राष्ट्र का दर्जा छीना तो दो उसके हफ्ते से भी कम समय बाद भारत ने प्रतिशोधात्मक 25 अमेरिकी वस्तुओं पर शुल्क लगाया था। पिछले साल, भारत ने इस्पात और एल्यूमीनियम पर उच्च अमेरिकी आयात शुल्क के प्रतिशोध में टैरिफ की घोषणा की थी। ट्रम्प बार-बार भारत को अपने उच्च टैरिफ को वापस लेने की बात करते रहे हैं।
पोम्पियो के दौरे से मतभेद हुए दूर?
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने के एक दिन बाद यह स्वीकार किया कि दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर मतभेद थे और दोनों के बीच मतभेदों को दूर करने के लिए उन्होंने खुद को प्रतिबद्ध किया।
28 जून को हो सकती है ट्रम्प-मोदी मुलाकात
इस बीच मोदी सुबह ओसाका पहुंचे और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ पहली बैठक करेंगे। ट्रम्प और मोदी के 28 जून को मिलने की उम्मीद है।