अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जॉन बोल्टन को निकाल दिया है। ट्रंप ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा कि उन्होंने सोमवार की रात बोल्टन से यह बात कही है कि व्हाइट हाउस को उनकी और ज्यादा सेवा की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने कहा कि बोल्टन ने मंगलवार की सुबह अपना इस्तीफा सौंप दिया। ट्रंप ने ट्वीट करते हुए लिखा- बोल्टन की ओर से दिए गए कई सुझावों का पूरी तरह विरोध करता था, जैसा कि प्रशासन के अन्य लोगों के साथ होता है।
बोल्टन के जाने की खबर ऐसे समय पर आई जब इससे पहले ट्रंप ने यह खुलासा कर बवाल खड़ा कर दिया था कि वे अफगानिस्तान में तालिबान के साथ सीक्रेट वार्ता को रद्द कर रहे हैं, जिसने वाशिंगटन को हैरान करके रख दिया।
ट्रंप की ओर से ट्वीट कर इस बात की घोषणा उस वक्त की गई जब उससे पहले व्हाइस हाउस की ओर से यह कहा गया था कि बोल्टन कुछ देर में विदेश मंत्री के साथ आतंकवाद के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
‘मैंने इस्तीफे की पेशकश की थी’
हालांकि, बोल्टन ने इस बात से इनकार किया है कि उन्हें निकाला गया है और कहा कि उन्होंने पद से इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि दरअसल उन्होंने इस्तीफ़ा देने की पेशकश की थी, मगर ट्रंप ने उनसे कहा कि इस बारे में कल बात करते हैं।
कौन हैं बोल्टन
अप्रैल 2018 में जॉन बोल्टन को नियुक्त किया गया था। वे माइकल फ़्लिन और एच आर मैक्मास्टर के बाद ट्रंप के तीसरे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार थे। ट्रंप और बोल्टन के बीच अमरीका की लगभग हर बड़ी विदेश नीति को लेकर प्रायः मतभेद रहे हैं जिनमें उत्तर कोरिया, ईरान और वेनेजुएला जैसे देशों के मसले शामिल हैं। लेकिन माना जा रहा है कि उनके रिश्तों का अंत अफगानिस्तान को लेकर हुआ जब बोल्टन ने अंतिम क्षणों में तालिबान के साथ बैठक रद्द करने के अमरीकी राष्ट्रपति के निर्णय की आलोचना की।