रियल स्टेट कारोबारी और अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से उम्मीदवार ट्रंप ने कहा कि अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है पर यह अपनी बदहाली के चलते अधिक वेतन वाली नौकरियां सृजित नहीं कर सकता। कोलारैडो में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए 70 वर्षीय ट्रंप ने कहा, हमारा देश डूब चुका है। उन्होंने कहा, हम पर 20,000 अरब डॉलर का कर्ज है। लेकिन यह कहानी का केवल एक हिस्सा है। हम पर 100,000 अरब डॉलर की देनदारी है जिसके लिए वित्त की कोई व्यवस्था नहीं है। इतना ही नहीं हमारे पास जो बजट है वह सालाना घाटे के साथ नियंत्रण से बाहर है। ट्रंप ने कहा, इसके अलावा हमारे नेताओं की अक्षमता के कारण सालाना आधार पर हमारा व्यापार घाटा काफी अधिक है। यह करीब 800 अरब डॉलर सालाना पहुंच गया है।
अपने चुनावी अभियान के शुरुआत से ही विवादास्पद टिप्पणियों के लिए चर्चा में रहने वाले ट्रंप ने कहा कि अमेरिका की ढांचागत सुविधा खराब हो रही है, स्कूल बैठ रहे हैं, अपराध बढ़ रहा है, सेना का संकुचन हो रहा है, सीमाएं खुली हैं और अर्थव्यवस्था उच्च वेतन पर नौकरी सृजित नहीं कर सकती। उन्होंने कहा, हमारा देश विभाजित है तथा हर सप्ताह ऐसा जान पड़ता है कि हम और विभाजित होते जा रहे हैं। हमारी गलियों में हर महीने नस्ली हिंसा हो रही है। उन्होंने कहा, यह वह अमेरिका नहीं है जो हमें सौंपा गया था और यह ऐसा अमेरिका नहीं है जो हम अपने बच्चे के लिए चाहते हैं। और निश्चित रूप से हम ऐसा अमेरिका आगे की संततियों को नहीं देना चाहते। लेकिन अगर हमने चीजें नहीं बदलीं तो यही अमेरिका हमारे पास होगा।