यह सिख व्यक्ति शुक्रवार को वाशिंगटन राज्य के केंट शहर स्थित अपने घर के बाहर अपना वाहन ठीक कर रहा था, तभी वहां एक अज्ञात व्यक्ति आ गया। केंट पुलिस ने कहा कि दोनों व्यक्तियों के बीच कहासुनी हुई। पीड़ित का कहना है कि संदिग्ध व्यक्ति ने अपने देश वापस जाओ जैसी बातें कहीं। इसके बाद अज्ञात व्यक्ति ने पीड़ित की बाजू में गोली मार दी।
पीडि़त के अनुसार, हमलावर छह फुट लंबा एक श्वेत आदमी था। उसने अपने चेहरे के निचले हिस्से को एक नकाब से ढका हुआ था। केंट पुलिस प्रमुख केन थॉमस ने कहा कि सिख व्यक्ति को हालांकि कोई जानलेवा चोट नहीं आई है लेकिन वे इसे एक बेहद गंभीर घटना के तौर पर देख रहे हैं।
भारत सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि राय अब बात कर पा रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि सरकार घायल व्यक्ति को हर संभव मदद देने के लिए तैयार है।
सीएटल टाइम्स की खबर के अनुसार, अधिकारी इस गोलीबारी की जांच संदिग्ध घृणा अपराध के दृष्टिकोण से कर रहे हैं। भारतीय अधिकारी ने कहा कि सेन फ्रांसिस्को में भारत का महावाणिज्य दूतावास स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है। ये अधिकारी अपराध की प्रकृति सुनिश्चित करने पर काम कर रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया कि केंट पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और इसके लिए एफबीआई और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों से संपर्क किया है। थॉमस ने कहा, हमारी जांच अभी शुरुआती चरण में है। केंट पुलिस कमांडर जेरोड कासनेर ने कहा कि सिख समुदाय और अन्य इस घटना पर नजर बनाए हुए हैं।
कासनेर ने कहा, देशभर में हालिया तनाव और चिंता के कारण लोग इससे भावनात्मक रूप से जुड़ सकते हैं, खासतौर पर तब जब अपराध एक किसी व्यक्ति के जीने के तरीके और उसके रूप-रंग, वेशभूषा को लेकर किया गया हो। यह घटना भारतीय समुदाय के खिलाफ किए गए घृणा अपराधों की श्रृंखला में सबसे हालिया अपराध है।
पिछले ही महीने कंसास में 32 वर्षीय भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अमेरिकी नौसेना के पूर्व सैनिक एडम पुरिन्टन (51) ने श्रीनिवास और उसके दोस्त आलोक मदसानी को गोली मारने के बाद कहा था कि मेरे देश से बाहर निकलो।
इस सप्ताह की शुरुआत में भारतीय मूल के एक स्टोर मालिक हरनीश पटेल (43) मृत अवस्था में पाए गए थे। उनके शरीर पर गोलियों के घाव थे। हालांकि पुलिस ने कहा कि पटेल की हत्या में उनका भारतीय मूल का होना कोई वजह प्रतीत नहीं होता।
रेंटन में सिख समुदाय के नेता जसमीत सिंह ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि शुक्रवार को घायल सिख व्यक्ति को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि पीड़ित और उसका परिवार हिल गए हैं। उन्होंने कहा, अभी जो कुछ भी चल रहा है, उसमें हम नुकसान की स्थिति में हैं। घृणा का जो माहौल पैदा कर दिया गया है, वह किसी के बीच फर्क नहीं करता। उनके समुदाय के लोगों ने गाली गलौच की घटनाओं में इजाफे की जानकारी दी है। यह गाली-गलौच एक तरह का पूर्वाग्रह है, विदेशियों से लगने वाला एक प्रकार का डर है, जो हमने पहले कभी नहीं देखा।
उन्होंने कहा कि सिख समुदाय को निशाना बनाकर किए जाने वाली घटनाओं की संख्या 11 सितंबर के आतंकी हमलों के बाद हुए हमलों की याद दिलाती है।