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भारतीय शादियों से करोड़ो डॉलर कमा रहे अमेरिकी

बारात का मजा तो तभी है जब दूल्हा घोड़ी पर हो और बाराती घोड़ी के आगे नागिन डांस कर सकें। भारत में तो बाराती इसका मजा उठा सकते हैं, लेकिन अमेरिका में तो दूल्हे राजा कार में बैठ कर ही दुलहनिया को विदा कराने पहुंचते थे। लेकिन यदि आप अमेरिका में रहते हैं और घोड़ी पर दूल्हे राजा को ले जाना चाहें तो उसका भी इंतजाम है। आप दूल्हे को घोड़ी पर बैठा कर बारात ले जाने में खुश रहिए और अमेरिका के होटल करोड़ो डॉलर कमा कर खुश होंगे।
भारतीय शादियों से करोड़ो डॉलर कमा रहे अमेरिकी

भारतीय मूल के अमेरिकी लोगों के भव्य तरीके से शादियां करने के चलते अमेरिका के होटल उन्हें आकर्षित करने के लिए हर तरह से रिझा रहे हैं। दूल्हे को घोड़ी पर बैठा कर लाने के लिए अलग रास्ते से लेकर आतिथ्य सत्कार के लिए होटलों के कर्मचारियों ने दक्षिण एशियाई परंपराओं में क्रेश कोर्स किया है। 

सीबीएस न्यूज की खबर के मुताबिक भारतीय शादियों का आयोजन करने की क्षमता रखने वाले स्थान भारतीय मूल की आबादी के साथ कुछ बड़ा कारोबार करना शुरू कर रहे हैं जो अब अमेरिका में सबसे तेजी से बढ़ रहा जातीय समूह है। 

रिक्शा पर बैठी दुल्हन से लेकर बेगास शैली के शो की व्यवस्था भारतीय शादियों के लिए की जार ही है। अमेरिका में जून का महीना शादियों के लिए सबसे लोकप्रिय महीना रहता है। वाशिंगटन डीसी में रिज कार्लटन टायसन्स कॉर्नर में एक ताजा कार्यक्रम की योजना बनाने वाली कंपनी के मालिक एनी संधू ने बताया,  ‘औसतन एक भारतीय भारतीय परिवार शादी में तीन से चार लाख डॉलर खर्च कर रहा है। इन शादियों में 250 से ज्यादा अतिथि होते हैं। 

रिज कार्लटन और फोर सीजंस जैसे वाशिंगटन के बड़े होटलों ने ऐसे भारतीयों को देशी माहौल में शादी का मजा देने का बीड़ा उठाया है। वे भारतीय परिवारों को उनके देश का माहौल देने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। द विलार्ड  इंटरकॉन्टीनेंटल में घोड़ी पर बैठ कर दूल्हे के आने के लिए एक अलग रास्ता तक है। 

मैरियट इंटरनेशनल के बहुसांस्कृतिक मामलों की उपाध्यक्ष अपूर्वा गांधी ने बताया कि जैसा कि हम उस आबादी में और खर्च करने की क्षमता में वृद्धि देख रहे हैं, यह कुछ ऐसी बात है, जिसे आप नजरअंदाज नहीं कर सकते। पिछले तीन साल में उनके डीसी इलाके में होटलों ने 415 शादियों की मेजबानी की है जिससे 1. 2 करोड़ डॉलर का राजस्व आया है।

 

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