अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जहां जो बाइडेन ने मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शिकस्त दे दी है। वहीं पहली बार अमेरिका को एक महिला उप राष्ट्रपति मिली हैं। कमला हैरिस ने उप राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया है।बतौर महिला, अश्वेत और साउथ एशियन होते हुए कमला हैरिस उपराष्ट्रपति पद पर काबिज होने जा रही हैं। ये अमेरिका के राजनीतिक इतिहास में पहली बार होगा। बता दें कि कमला हैरिस का भारत के तमिलनाडु से खास नाता है। आइए जानते हैं कौन हैं कमला हैरिस।
तमिलनाडु के तुलासेंतिरापुरम से कमला हैरिस का ताल्लुक है। हाल ही में यहां उनकी जीत के लिए विशेष पूजा का आयोजन किया गया था। चेन्नई से लगभग 350 किलोमीटर दूर इस गांव में हैरिस के नाना पीवी गोपालन रहते थे। हालांकि अब पीवी गोपालन का परिवार चेन्नई में रहता है।
जो बाइडेन ने अगस्त में कमला का नाम उपराष्ट्रपति पद के लिए सुझाया था। कैलिफोर्निया की अमेरिकी सीनेटर ने सैन फ्रांसिस्को की पहली महिला जिला अटॉर्नी के रूप में काम किया और कैलिफोर्निया की पहली महिला थीं, जिन्हें अटॉर्नी जनरल चुना गया था। कमला हैरिस मुखर वक्ता के तौर पर जानी जाती हैं।
भारतीय मां और जमैकाई पिता की बेटी हैं कमला
कमला हैरिस भारतीय मां और जमैकाई पिता की बेटी हैं। वह अमेरिका में उपराष्ट्रपति पद तक पहुंचने वाली भारतीय मूल की पहली अमेरिकी हैं। हैरिस का जन्म 1964 में ऑकलैंड में एक भारतीय मां, श्यामला गोपालन हैरिस और जमैकाई पिता, डोनाल्ड हैरिस के घर हुआ। उनके पिता स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में इकनॉमिक्स के प्रोफेसर थे और मां स्तन कैंसर वैज्ञानिक रही हैं। कमला हैरिस की मां ने अपने पति से तलाक हो जाने के बाद अकेले ही कमला का पालन पोषण किया। वो भारतीय विरासत के साथ पली बढ़ीं, अपनी मां के साथ भारत भी आती रहीं। अपने मां बाप के जैसे हैरिश भी काफी पढ़ी-लिखी हैं। वह 1998 में, ब्राउन यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हुईं। इसके बाद उन्होंने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री हासिल की और फिर सैन फ्रांसिस्को डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी ऑफिस ज्वाइन कर लिया, जहां उन्हें करियर क्रिमिनल यूनिट की इंचार्ज बनाया गया।
इस तरह मिली प्रसिद्धि
हैरिस का अमेरिका की उप राष्ट्रपति बनने तक की यात्रा बेहद दिलचस्प रही। उन्हें सबसे पहले 2003 में सैन फ्रांसिस्को के काउंटी की डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के तौर पर चुना गया था। जिसके बाद वह कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल बनीं। हैरिस ने वर्ष 2017 में कैलिफोर्निया से संयुक्त राज्य सीनेटर के तौर पर शपथ ली थीं। वो ऐसा करने वाली दूसरी अश्वेत महिला थीं। उन्होंने होमलैंड सिक्योरिटी एंड गवर्नमेंट अफेयर्स कमेटी, इंटेलिजेंस पर सेलेक्ट कमेटी, ज्यूडिशियरी कमेटी और बजट कमेटी में भी काम किया। धीरे-धीरे वह लोगों के बीच लोकप्रिय होती गईं। खासकर उनके भाषणों को 'ब्लैक लाइव्स मैटर' अभियान के दौरान काफी समर्थन मिला। हैरिस सिस्टमेटिक नस्लवाद को समाप्त करने की आवश्यकता पर अक्सर बोलती हैं। हैरिस ने 21 जनवरी, 2019 को 2020 के राष्ट्रपति चुनावों के लिए अपनी खुद की उम्मीदवारी की घोषणा की थी। हालांकि, उन्होंने तीन दिसंबर को इस दौड़ से अपना नाम वापस ले लिया और तब से वह बाइडेन की मुखर समर्थक रहीं।
भारतीय भोजन की दीवानी
कमला हैरिस ने राष्ट्रपति पद के लिए अपने अभियान की शुरुआत की थी तो भारतीय मूल की अमरीकी कॉमेडियन मिंडी कैलिंग ने उनके यू ट्यूब पेज पर एक वीडियो डाला था। इसमें कमला और कैलिंग भारतीय भोजन बनाती नजर आ रही हैं। वीडियो में दोनों अपनी साझा दक्षिण भारतीय पृष्ठभूमि के बारे में भी बात करती हुई दिख रही हैं।
कैलिंग बोलती हैं कि बहुत से लोग उनकी भारतीय विरासत के बारे में नहीं जानते हैं। जब भी वह भारतीय मूल के अमरीकी लोगों से मिलती हैं वे उन्हें कमला की इस विरासत के बारे में याद दिलाते हैं। उन्होंने कहा, "हमें लगता है कि आप हमारी ही जैसी हैं। हम राष्ट्रपति पद के लिए प्रारंम्भ किए गए आपके अभियान से रोमांचित हैं।" कैलिंग हैरिस से पूछती हैं कि क्या वह दक्षिण भारतीय खाना खाते हुए बड़ी हुई हैं। इस प्रश्न पर कमला एक के बाद एक दक्षिण भारतीय भोजन का नाम लेती दिखती हैं। वह कहती हैं कि वह ख़ूब सारा चावल और दही, आलू की रसदार सब्जी, दाल और इडली खाते हुए बड़ी हुई हैं।