अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य ने आतंकवाद के खिलाफ भारत का समर्थन करते हुए कहा है कि मुस्लिम आंतकियों से समूचे जम्मू-कश्मीर और भारत के दूसरे हिस्सों में खतरा बना हुआ है। अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों को इस मामले में भारत का साथ देना चाहिए।
भारत को आतंकवाद से गंभीर खतरा
कांग्रेस सदस्य फ्रांसिस रूनी ने कहा कि भारत क्षेत्रीय और भू-राजनैतिक खतरों से जूझ रहा है। इस्लामिक आतंकी समूचे जम्मू कश्मीर और देश के दूसरे हिस्सों में आंतक फैला रहे हैं, इसलिए भारत के लिए आतंकवाद लगातार खतरा बना हुआ है। हमें आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर भारत का समर्थन करना चाहिए।
आतंकवाद पर भारत का साथ देना चाहिए
सहयोगी देश भारत के साथ महत्वपूर्ण रिश्तों को अहमियत देने पर अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स के पटल पर भाषण देते हुए फ्लोरिडा के रिपब्लिक कांग्रेस सदस्य रूनी ने कहा कि हाल में उनकी मुलाकात अमेरिका में भारतीय राजदूत हर्ष वर्धन सिंगला से हुई। उनके साथ भारत के समक्ष मौजूद चुनौतियों और अमेरिका के साथ द्विपक्षीय रिश्तों पर बातचीत हुई।
चीन की हरकतों से भी भारत को परेशानी
भारतीय राजदूत ने बताया कि भारत के खिलाफ चीन का आक्रामक रुख बढ़ता जा रहा है और वह समूचे इंडो-पैसेफिक क्षेत्र में वह अपना प्रभाव बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। चीन भारत के पड़ोस में स्थित देशों पर अपना प्रभाव बढ़ाकर भारत को अस्थिर करने का प्रयास कर रहा है। वह पड़ोसी देशों में कर्ज के जाल में फंसाकर उनके बंदरगाहों पर कब्जा कर रहा है। श्रीलंका का हम्बंटोटा पोर्ट प्रोजेक्ट इसका ताजा उदाहरण है। भारत को अपने पश्चिमी पड़ोसी देश पाकिस्तान की शत्रुतापूर्ण हरकतों से भी सावधाना रहना होता है।
अमेरिका के लिए भारत अहम कारोबारी भागीदार
उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका का महत्वपूर्ण कारोबारी भागीदार है। अमेरिका के कारोबार में भारत की हिस्सेदारी इस समय तीन फीसदी है। यह हिस्सा लगातार बढ़ रहा है। दूसरी ओर भारत के लिए अमेरिका दूसरा सबसे बड़ा कारोबारी भागीदार है। इसमें अमेरिकी हिस्सेदारी 16 फीसदी है। हमें भारत के साथ कारोबारी रिश्तों को मजबूत करने को काम करते रहना चाहिए।