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नरम पड़े ट्रंप, बोले मुस्लिमों पर प्रतिबंध की बात महज एक सुझाव

अमेरिका में मुस्लिमों का प्रवेश अस्थायी तौर पर प्रतिबंधित करने की बात कह चारों ओर से आलोचना का सामना करने वाले डोनाल्ड ट्रंप अब अपने कट्टर रूख में कुछ नरमी लाते दिखाई पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि उनका बयान समस्या को निपटा लिए जाने तक के लिए महज एक सुझाव ही था।
नरम पड़े ट्रंप, बोले मुस्लिमों पर प्रतिबंध की बात महज एक सुझाव

रिपब्लिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार ट्रंप ने फॉक्स रेडियो को बताया, हमारे सामने एक गंभीर समस्या है। यह अस्थायी प्रतिबंध है। इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है। किसी ने ऐसा नहीं किया है और जब तक हम यह पता नहीं लगा देते कि हो क्या रहा है, तब तक के लिए यह एक सुझाव मात्र है। हाल ही में लंदन के मेयर के रूप में चुने गए सादिक खान से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, दुनियाभर में चरमपंथी इस्लामी आतंकवाद फैला हुआ है, फिर चाहे पेरिस हो, सन बर्नार्डिनो हो या पूरी दुनिया। यदि वे इससे इंकार करना चाहते हैं तो वे कर सकते हैं। मैंने इसे न नकारने का विकल्प चुना है। ट्रंप ने कहा कि हालांकि वह खान के आलोचक हैं, फिर भी अगर वह राष्ट्रपति बने तो अपने राष्ट्रपति काल में पाकिस्तानी मूल के मेयर को अमेरिका आने की छूट देंगे।

 

लंदन के मेयर चुने गए सादिक खान के हाल ही में प्रसारित साक्षात्कार से जुड़े सवाल पर ट्रंप ने कहा, मुझे लगता है कि खान इस्लामी आतंकवाद को नकारते हैं। इस समय दुनियाभर में इस्लामी चरमपंथी आतंकवाद है। जो कुछ चल रहा है वह एक आफत है। मेरा मानना है कि वह इसे नकार रहे हैं। मुझे लगता है कि वह हमारे राष्ट्रपति की तरह हैं, जो इसके घटित होने से इंकार करते हैं। खान ने कहा था, डोनाल्ड ट्रंप और उनकी टीम को मेरा संदेश है कि इस्लाम के प्रति आपके विचार अज्ञानता से भरे हैं। किसी मुस्लिम का पश्चिम में रहना संभव है। मुस्लिम होते हुए अमेरिका से प्यार करना भी संभव है। राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी के सबसे प्रबल दावेदार डोनाल्ड ट्रंप ने दिसंबर कहा था कि जब तक हमारे देश के प्रतिनिधि यह नहीं पता लगा लेते कि चल क्या रहा है, तब तक अमेरिका में मुस्लिमों का प्रवेश पूरी तरह बंद कर दिया जाना चाहिए।

 

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