अमेरिका में पाकिस्तान की पहचान आतंकवाद के हिमायती मुल्क के तौर पर बनती जा रही है। अब अमेरिका की एक शीर्ष सिनेटर ने चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान को तालिबान एवं अन्य आतंकी समूहों को समर्थन देना बंद करना चाहिए। बता दें कि इस्लामाबाद में अमेरिकी डेलीगेशन से मुलाकात के बाद अमेरिका की सिनेटर मैगी हसन का यह बयान सामने आया है। हसन ने कहा कि अफगानिस्तान में स्थिरता बनाए रखने में पाकिस्तान को अहम भूमिका निभानी है। आतंकवाद रोकना और वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में भी काम करना है।
बता दें अमेरिकी सिनेटर मेगी हसन और क्रिस वैन हॉलेन ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान, सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के अधिकारियों के साथ मुलाकात की।
‘पाकिस्तानी नेतृत्व से सीधे बातचीत करना था बेहद जरूरी’
हसन ने कहा, ‘आतंकी हमले और इसकी विचारधारा को फैलने से रोकने के लिए क्या किया जा सकता है इसको लेकर पाकिस्तानी लीडर्स के साथ बातचीत की गई’। हसन ने कहा कि तालिबान और अन्य आतंकी संगठनों को खत्म करने के लिए पाकिस्तानी नेतृत्व से सीधे बातचीत करना बेहद जरूरी था।
पिछले दिनों पाकिस्तान ने कबूली थी ये बात
बीते दिनों पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने न्यूयॉर्क में कबूला था कि पाकिस्तानी फौज और उनके मुल्क की जासूसी एजेंसी आईएसआई दोनों ने अल कायदा एवं अन्य आतंकी समूहों को अफगानिस्तान में लड़ने के लिए प्रशिक्षित किया था। उन्होंने यह भी कहा था कि पाकिस्तानी आर्मी और आईएसआई दोनों के संबंध अल कायदा एवं अन्य आतंकी समूहों से थे।
पहले भी पाकिस्तान को चेतावनी दे चुका है अमेरिका
ऐसा नहीं है कि अमेरिकी सिनेटर ने पाकिस्तान को आतंकवाद से तौबा करने की नसीहत पहली बार दी है। पिछले महीने अमेरिका ने पाकिस्तान से साफ लफ्जों में कहा था कि वह आतंकी संगठनों की फंडिंग पर लगाम लगाए नहीं तो एफएटीएफ उसे ब्लैकलिस्ट कर देगी। बता दें कि एफएटीएफ ने पाकिस्तान को 27 मानकों के पालन करने का निर्देश दिया है जिसमें से मई 2019 तक वह केवल पांच मानकों का पालन कर पाया था।
अमेरिकी सिनेटर मैगी हसन और क्रिस वैन होलेन ने बीते दिनों पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान, सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा और गुलाम कश्मीर के अधिकारियों से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि हमने अमेरिकी और अफगान अधिकारियों से आईएस के बढ़ते दबदबे के बारे में सुना है। अमेरिकियों को सुरक्षित रखना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है।