सीआईए की गोपनीय फाइल का भंडाफोड़ करने वाली वेबसाइट की ओर से जारी दस्तावेज में अफगानिस्तान और पाकिस्तान पर रिपोर्ट है और ईरान के प्रति अमेरिकी नीति का भी इसमें उल्लेख है।
नवंबर, 2008 में बराक ओबामा के अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने के तीन दिन बाद ब्रेनन ने रणनीतिक दस्तावेज में लिखा कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में भारत का मुकाबला करने के लिए तालिबान का इस्तेमाल करता है। ब्रेनन ने 2008 में सात नवंबर को लिखा, पाकिस्तान अफगानिस्तान में भारत के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करना चाहता है और अफगानिस्तान के प्रति अमेरिका की दीर्घावधि प्रतिबद्धताओं को लेकर चिंतित पाकिस्तान की अमेरिका के वहां से हटने की स्थिति में भारतीय और ईरानी हितों को साधने के लिए तालिबान के साथ कामकाजी संबंध बनाने की दिलचस्पी बढ़ाएगी।
ब्रेनन उस समय ओबामा के शीर्ष विदेश नीति और आतंक से मुकाबले संबंधी मामलों के सलाहकार थे। उस समय सीआईए निदेशक पद के लिए उनका नाम चल रहा था। हालांकि यह पद लियोन पेनेटा ने संभाला। ओबामा ने शुरुआत में ब्रेनन को अपना शीर्ष आतंक रोधी सलाहकार नियुक्त किया और जनवरी 2013 में सीआईए निदेशक के तौर पर उन्हें नामित किया।