देश में किसानों के प्रदर्शन को लेकर अमेरिका अपनी प्रतिक्रिया दी है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन किसी भी लोकतंत्र के जीवंतता का प्रमाण है। यूएस ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन एक संपन्न लोकतंत्र की पहचान है। अमेरिका ने कहा कि हम मतभेदों को सुलझाने के लिए विभिन्न पक्षों के साथ बातचीत का समर्थन करते हैं। साथ हीं, भारतीय बाजारों की कार्यकुशलता को सुधारने और निजी सेक्टर के निवेश का स्वागत करते हैं।
आगे अमेरिका ने कहा है कि अमेरिका भारतीय बाजारों की कार्यकुशलता को सुधारने तथा बड़े पैमाने पर निजी सेक्टर के निवेश को आकर्षित करने के लिए उठाए गए कदमों का स्वागत करता है। आगे दिए गए बयान में अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा, “हम मानते हैं कि लोगों तक इंटरनेट समेत सूचनाओं की निर्बाध पहुंच अभिव्यक्ति की आजादी के लिए मूल अधिकार है। यह सफल लोकतंत्र की पहचान है।“
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अमेरिका का बयान ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले यानी बुधवार को हॉलीवुड की पॉप सिंगर रिहाना, पर्यावरण पर काम कर रही ग्रेटा थनबर्ग और पूर्व पॉर्न स्टार मिया खलीफा के अलावा अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी मीना हैरिस ने किसानों के समर्थन में आगे आईं थी।
इसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा था कि बाहरी लोग अपना एजेंडा न चलाए। इन कृषि कानूनों को संसद में पूरी बहस और प्रक्रिया के बाद पारित किया गया है। वहीं, राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि बीजेपी की वजह से दुनिया में भारत की छवि को नुकसान हो रहा है।
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके कहा, ''कोई भी दुष्प्रचार भारत की एकता को समाप्त नहीं कर सकता। कोई भी दुष्प्रचार भारत को नई ऊंचाई हासिल करने से नहीं रोक सकता। दुष्प्रचार भारत का भविष्य तय कर सकते केवल विकास कर सकता है। भारत विकास के लिए एकजुट खड़ा हुआ है।''