बुधवार की रात आए भूकंप के एक शक्तिशाली झटके ने चिलीवासियों को दहला दिया। उत्तरी चिली में आए 8.3 तीव्रता वाले इस भूकंप में पांच लोगों की जान चली गई है। भूकंप की तीव्रता की वजह से अधिकारियों को समूचे तटीय क्षेत्र में सुनामी की चेतावनी जारी करनी पड़ी है। अधिकारियों ने जबर्दस्त लहरें उठने तथा कुछ तटीय शहरों में बाढ़ आने की जानकारी भी दी। धरती का कंपन इतना अधिक तीव्र था कि दक्षिण अमेरिका तक झटके महसूस किए गए। इस बीच चिली के तट पर भूकंप के बाद न्यूजीलैंड ने देश के कुछ हिस्सों में सुनामी की चेतावनी जारी की है। बुधवार रात में आया यह भूकंप इतना शक्तिशाली था कि द्वीप के दूसरी तरफ अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में भी इसे महसूस किया गया। हालांकि चिली के बाहर किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
झटकों की वजह से राजधानी चिली की राजधानी सैंटियागो में इमारतें हिलने लगीं और अधिकारियों को देश के पूरे प्रशांत तट पर सुनामी की चेतावनी जारी करनी पड़ी। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को क्षेत्र खाली करने का आदेश दिया गया है। गुरुवार सुबह अधिकारियों ने भूकंप से तटीय इलाकों में हुए नुकसान का आकलन किया जहां भूकंप के कारण हल्की सुनामी आने से बाढ़ आ गई। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप में पांच लोगों की जान चली गई है और एक व्यक्ति लापता है। अधिकारियों ने चेताया है कि बुधवार के भूकंप के बारे में कुछ भी पक्के तौर पर कहना अभी जल्दबाजी होगा। इसका 2010 के भूकंप की तुलना में बहुत कम प्रभाव पड़ा है।
सैंटियागो में भूकंप के खौफ से कई जगहों पर लोगों ने चीखना चिल्लाना शुरू कर दिया था। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि सबकुछ हिलता नजर आ रहा था। झटके से सहमे लोग घरों से बाहर आ गए और कुछ लोगों ने उंची जगहों पर जाने के लिए अपने वाहन निकाल लिए। बुधवार की देर रात राष्ट्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मिशेल बेशलेट ने कहा एक बार फिर हम लोगों को प्रकृति के शक्तिशाली झटके का सामना करना होगा। बेशेलेट ने तटीय इलाके को खाली कर चुके लोगों से तब तक उंचे मैदानों में रहने का आग्रह किया है जब तक अधिकारी रात के समय स्थिति का पूरी तरह आकलन नहीं कर लेते हैं। गुरवार को देश के अधिकतर हिस्सों में विद्यालय बंद कर दिए गए हैं।
शुरआती भूंकप के बाद कई और झटके महसूस किए गए जिनमें एक झटके की तीव्रता सात से अधिक और चार अन्य झटकों की तीव्रता छह से अधिक थी। यह वर्ष 2010 के शक्तिशाली भूकंप और सुनामी के बाद का सबसे जबरदस्त झटका था। वर्ष 2010 में चिली में आए शक्तिशाली भूकंप में सैकड़ों लोगों की जान चली गई थी।