अमेरिकी प्रशासन ने इस बारे में अमेरिकी मीडिया की खबरों को पूरी तरह गलत बताया है। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच कल हुई बैठक के बाद एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा, ‘मुझे स्पष्ट रूप से यह बताने दीजिए कि हमने पाकिस्तान के साथ 123 समझौते पर कोई वार्ता नहीं की है और न ही हम असैन्य परमाणु निर्यात मुहैया कराने के लिए परमाणु आपूर्ति समूह में पाकिस्तान के लिए छूट की मांग करने जा रहे हैं।’ अधिकारी ने अपना नाम नहीं बताने की शर्त पर यह जानकारी दी। उन्होंने अमेरिकी मीडिया में छपी उन रपटों के बारे में प्रश्न किए जाने पर यह बात कही जिनमें कहा गया था कि अमेरिका पाकिस्तान के साथ असैन्य परमाणु करार करने पर विचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि मीडिया में जो बताया गया है, वह सही नहीं हैं।
अधिकारी ने कहा, मैं आपको स्पष्ट रूप से यह भरोसा दिलाना चाहता हूं कि पाकिस्तान के साथ 123 समझौता किए जाने के संबंध में प्रेस द्वारा लगाई गई अटकलें पूरी तरह गलत हैं। अधिकारी ने बताया कि हालांकि दोनों देशों के नेताओं ने पाकिस्तान की परमाणु सुरक्षा पर बात की जिस पर चर्चा चल रही है। अमेरिका और भारत के बीच किए गए 123 समझौते को भारत-अमेरिका परमाणु करार के रूप में जाना जाता है। इस समझौते की रूपरेखा 2005 में तैयार की गई थी।
अधिकारी ने कहा, पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम और इस कार्यक्रम के संबंध में विभिन्न गतिविधियों को लेकर हम लंबे समय से उससे वार्ता कर रहे हैं। हम विशेष रूप से चिंतित हैं और हमने पाकिस्तान को अपनी चिंताओं के बारे में बताया है कि परमाणु हथियार संपन्न सभी देशों के लिए इन हथियारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक है और सामरिक स्थिरता को प्रोत्साहित करने के लिए हर वो काम करना जरूरी है जो वह कर सकता है। इसलिए हम पाकिस्तान के साथ इस प्रकार की वार्ता जारी रखेंगे।