ट्रेड वॉर को लेकर चीन और अमेरिका में टकराव बढ़ता ही जा रहा है। अमेरिकी उत्पादों पर चीन द्वारा दो नए शुल्क लगाए जाने की योजना पर तुरंत जवाबी कार्रवाई का संकल्प लिया। ट्रंप ने चीन पर हमला बोला और शुल्क बढ़ाने को 'अनुचित व्यापारिक संबंध' बताते हुए कहा कि चीन को 75 बिलियन डॉलर्स के अमेरिकी उत्पादों पर नए शुल्क नहीं लगाने चाहिए। ट्रंप ने इसे राजनीति से प्रेरित कदम बताया।
ट्रंप ने अमेरिकी कंपनियों से चीन छोड़ने को भी कहा। ट्रंप ने कहा कि हमें चीन की जरूरत नहीं है। अगर ईमानदारी से कहूं तो हम उनके बिना बेहतर होंगे। व्यापार युद्ध पहले ही अमेरिका की प्रगति की रफ्तार कम कर चुका है और वैश्विक अर्थव्यवस्था को कमजोर किया है और शेयर बाजारों की भी हालत खराब की है।
अमेरिका को चीन में खरबों डॉलरों का नुकसान हुआ
ट्रंप ने कहा ''हमारे देश को इतने सालों में चीन में खरबों डॉलरों का नुकसान हुआ है। उन्होंने एक साल में अरबों डॉलर की कीमत पर हमारी बौद्धिक संपदा को चुराया है और वे यह जारी रखना चाहते हैं, लेकिन मैं यह नहीं होने दूंगा’’।
चीन का विकल्प देखना शुरू कर दें अमेरिकी कंपनियां
ट्रंप ने कहा कि हमारी महान अमेरिकी कंपनियों को आदेश दिया जाता है कि वे चीन का विकल्प देखना शुरू कर दें और वे वापस देश आने का भी विकल्प रखें तथा अमेरिका में अपने उत्पाद बनाएं। बता दें कि चीन ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह अमेरिका से आयात किए जाने वाले 75 अरब डॉलर के उत्पादों पर दस प्रतिशत का जवाबी शुल्क लगाएगा।
अमेरिका से आयातित 75 अरब डॉलर के उत्पादों पर 10 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क
चीन ने शुक्रवार को कहा कि वह अमेरिका से आयात किए जाने वाले 75 अरब डॉलर के उत्पादों पर दस प्रतिशत का जवाबी शुल्क लगाएगा। ट्रंप ने चीन से आयातित 300 अरब डॉलर की वस्तुओं पर नया शुल्क लगाने की धमकी दी थी। इसी के जवाब में चीन ने यह कदम उठाया है। इस कदम के बाद दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार युद्ध बढ़ाने की आशंका है।
अमेरिका में बने वाहनों-कलपुर्जों पर 25 या 5 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लागू करेगा चीन
चीन के सीमा शुल्क आयोग ने शुक्रवार को कहा कि चीन अमेरिका के 75 अरब डॉलर के आयात पर अतिरिक्त शुल्क लगाएगा। यह अमेरिका की ओर से चीन की वस्तुओं पर हाल में घोषित किए गए शुल्क के जवाब में है। एक अन्य घोषणा में कहा गया है कि चीन, अमेरिका में बने वाहनों और कलपुर्जों पर 25 प्रतिशत या 5 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लागू करेगा। यह शुल्क 15 दिसंबर को दोपहर 12 बजकर एक मिनट पर लागू होगा।
अमेरिकी कंपनियों को अपनी उत्पादन नीतियों में बदलाव करने का दिया आदेश
ट्रंप ने ट्वीट में कहा कि वह "अमेरिकी कंपनियों को अपनी उत्पादन नीतियों में बदलाव करने की आदेश दिया है।" ट्रंप ने कहा, "चीन ने अमेरिका से सालों साल भारी मात्रा में पैसे बनाया और अब इस रोकना ही होगा।"
Our Country has lost, stupidly, Trillions of Dollars with China over many years. They have stolen our Intellectual Property at a rate of Hundreds of Billions of Dollars a year, & they want to continue. I won’t let that happen! We don’t need China and, frankly, would be far....
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) August 23, 2019
अमेरिका ने की थी ये घोषणा
इससे पहले ट्रंप सरकार ने 15 अगस्त को घोषणा की थी कि अमेरिका 300 अरब डॉलर के चीनी उत्पादों पर 10 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाएगा। यह शुल्क दो चरणों, 1सितंबर और 15 दिसंबर को लागू होंगे। इसके जवाब में चीन ने अमेरिका में बने वाहनों और कलपुर्जों पर 25 प्रतिशत या 5 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लागू करने की घोषणा की है। यह शुल्क 15 दिसंबर को दोपहर 12 बजकर एक मिनट पर लागू होगा।
दोनों देशों के बीच पिछले साल नवंबर में व्यापार वार्ता की शुरुआत हुई थी
बता दें कि दोनों देशों के बीच पिछले साल नवंबर में व्यापार वार्ता की शुरुआत हुई थी। अब तक दोनों पक्षों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन कोई सार्थक परिणाम सामने आ नहीं सका है। माना जा रहा है कि दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों के बिगड़ने का असर पूरी दुनिया पर पड़ रहा है। दोनों देशों के बीच नवंबर में वार्ता शुरू होने के बाद 100 दिनों के भीतर समझौते पर पहुंचने की सहमति बनी थी। इससे पहले इसी सप्ताह अमेरिका ने चीन को मुद्रा में हेरफेर करने वाला देश घोषित किया है।