अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नई अंतरिक्ष नीति पर मुहर लगा दी है। इससे 1972 के बाद पहली बार अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री को चांद पर भेजने का रास्ता साफ हो गया है। यह नीति अंतरिक्ष एजेंसी नासा को अमेरिकी नागरिकों को पहले चांद और फिर मंगल ग्रह पर भेजने का निर्देश देती है।
ट्रंप ने सोमवार को ह्वाइट हाउस में इस नीति पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने कहा,‘‘मैं जिस दिशा-निर्देश पर हस्ताक्षर कर रहा हूं वह अमेरिकी अंतरिक्ष कार्यक्रम में मनुष्यों के जरिए अन्वेषण और खोज पर बल देगा। यह 1972 के बाद पहली बार अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों के लंबे समय के लिए चांद पर जाने और खोज करने के लिहाज से महत्वपूर्ण कदम होगा।’’ इससे पहले अपोलो मिशन के दौरान 1960 और 1970 के दशक में अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री चांद पर गए थे।
ट्रंप ने कहा,‘‘इस बार हम वहां सिर्फ अपना झंडा लगाकर निशान नहीं छोड़ेंगे। इस कदम से अंतत: हम मंगल मिशन और भविष्य में अन्य ग्रहों की यात्रा के लिए नींव रख रहे हैं।’’ 21 जुलाई 1969 को अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग ने चांद पर पहला कदम रखा था। उपराष्ट्रपति माइक पेंस के मुताबिक नई अंतरिक्ष नीति यह सुनिश्चित करेगा कि ‘‘अमेरिका एक बार फिर अंतरिक्ष में नेतृत्व करे।’