आंतकवाद की पनाहगाह बने पाकिस्तान को लेकर एक बार फिर अमेरिका का सख्त रुख सामने आया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को कहा है कि वो उसकी जमीन से ऑपरेट कर रहे आतंकी संगठनों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करे।
ट्रंप ने यह बात अपने शासन की पहली और नई नेशनल सिक्योरिटी स्ट्रेट जारी करते हुए की। स्ट्रेट के अनुसार अमेरिका एक ऐसा पाकिस्तान चाहता है जो अस्थिरता फैलाने के काम में न लगा हो। एनएसएस जारी करते हुए उन्होंने कहा, ‘हमने पाकिस्तान को साफ कर दिया है कि जबकि हम साझेदारी को बढ़ाना चाहते हैं तो हमें पाकिस्तान की जमीन से काम कर रहे आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई होती हुई भी दिखनी चाहिए। बता दें कि मुंबई हमलों के बाद से अमेरिका ने पाकिस्तान को 33 बिलियन डॉलर की सहायता दी है।
ट्रंप ने कहा, हम आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान पर दबाव बनाएंगे, क्योंकि ऐसी स्थिति में साझेदारी नहीं चल सकती जब एक देश आतंकियों का समर्थन कर रहा हो जो उसके ही साझेदार देश के लोगों और अधिकारियों को मार रहे हों। साथ ही, अमेरिका पाकिस्तान को अपने परमाणु हथियारों को सुरक्षित रखने की सलाह देता रहेगा।
वहीं, अफगानिस्तान के साथ संबंधों को लेकर भी कहा है कि वो साझेदारी को जारी रखेगा ताकि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बहाल रहे। अमेरिका ने इस बात पर भी गौर किया है कि उसे पाकिस्तान में काम कर रहे आतंकियों से खतरा है। साथ ही, भारत और पाकिस्तान की लड़ाई की स्थिति में दोनों देशों के बीच परमाणु युद्ध का खतरा है।
उल्लेखनीय है कि सत्ता में आने के बाद ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान को लगातार चेतावनी दे रहा है, हांलाकि अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। हाफिज सईद को गिरफ्तार करने का भी दबाव अमेरिका पाकिस्तान पर बना रहा है, लेकिन अभी तक पाकिस्तान ने कोई कार्रवाई नहीं की है।