अमेरिकी सेना परमाणु हमले का राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आदेश ठुकरा सकती है। अमेरिकी स्ट्रैटेजिक कमान के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि यदि राष्ट्रपति ट्रंप या उनका कोई भी उत्तराधिकारी परमाणु हथियारों से हमला करने का आदेश देता है और आदेश गैरकानूनी पाया जाता है तो उसे मानने से इंकार किया जा सकता है। स्ट्रैटेजिक कमान के कमांडर वायु सेना जनरल जॉन हिटेन ने हैलिफैक्स अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मंच के एक पैनल से यह बात कही। उन्होंने बताया कि ट्रंप ने ऐसे परिदृश्य के बारे में उनसे बातचीत की थी और उन्होंने कहा था कि वे गैरकानूनी हमला नहीं कर सकते।
हिटेन ने कहा,‘‘अगर यह गैरकानूनी है तो सोचिए क्या हो सकता है। मैं राष्ट्रपति जी से कहूंगा कि यह गैरकानूनी है, तो वे पूछेंगे कि कानूनी क्या होगा? और फिर हम किसी भी स्थिति से निपटने की मिश्रित क्षमताओं के विकल्पों को रखेंगे।’’ स्ट्रैटेजिक कमान युद्ध में परमाणु बलों को नियंत्रित करती है। यह टिप्पणी तब आई है जब उत्तर कोरिया की ओर से परमाणु हमले की धमकी गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है और ट्रंप के आलोचकों ने उनके रूख को लेकर सवाल उठाए हैं। ट्रंप ने उत्तर कोरिया पर तंज कसते हुए ट्वीट किए जिससे डेमोक्रेट्स के बीच चिंताएं व्याप्त हो गई है कि वह उत्तर कोरिया के साथ युद्ध शुरू कर सकते हैं।
हिटेन ने कहा,‘‘मेरा मानना है कि कुछ लोग सोचते हैं कि हम बेवकूफ हैं। हम इन बातों के बारे बहुत सोचते हैं। जब आपके पास यह जिम्मेदारी है तो कैसे इस बारे में नहीं सोचेंगे?’’ उन्होंने कहा कि वह किसी भी गैरकानूनी आदेश का पालन नहीं करेंगे। इस महीने की शुरुआत में संसद की विदेश मामलों की समिति की सुनवाई के दौरान रिटायर्ड जनरल रॉबर्ट केलर ने भी कहा था कि अमेरिकी सेना कानूनी आदेश का पालन करने को ही वचनबद्ध है। केलर जनवरी 2011 से नवंबर 2013 तक स्ट्रैटेजिक कमान के प्रमुख थे। अमेरिका के पास कुल 6,800 परमाणु हथियार हैं। 7,000 हथियारों के साथ केवल रूस उससे आगे है।