अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन एच-1बी वीजा पर एक और गाज गिराने की तैयारी में है। ऐसे वीजाधारकों के जीवनसाथी के अमेरिका में काम करने पर रोक लगाई जा सकती है। इस संबंध में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में बने नियम को रद्द करने पर ट्रंप प्रशासन विचार कर रहा है। ऐसा हुआ तो अमेरिका में काम करने वाले सैकड़ाें भारतीय और उनके परिवार प्रभावित होंगे।
होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट ने 2015 के उस नियम को खत्म करने का प्रस्ताव रखा है, जिससे एच-1बी वीजाधारकों के जीवनसाथी को अमेरिका में काम करने की अनुमति अपने आप मिल जाती है। विभाग के अनुसार यह बदलाव रोजगार में अमेरिकियों को प्राथमिकता देने की राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीति के अनुरूप है। अमेरिका उच्च कौशल वाले पेशेवरों को एच-1बी वीजा जारी करता है। अमेरिका में एच-1बी वीजा पाने वालों में 70 फीसदी भारतीय पेशेवर हैं और ज्यादातर सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में काम करते हैं।
साल 2015 से ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे एच-1बी वीजाधारकों के जीवनसाथियों को एच-4 डिपेंटेंड वीजा पर कार्य करने की अनुमति है। 2016 में 41,000 से अधिक एच-4 वीजाधारकों को काम करने की अनुमति दी गई थी। इस साल जून तक 36,000 से ज्यादा एच-4 वीजाधारकों को काम करने की अनुमति प्रदान की गई है।
होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट के अनुसार नियमों में बदलाव का फैसला राष्ट्रपति ट्रंप के बाय अमेरिकन, हायर अमेरिकन के निर्देशों के तहत किया जा रहा है। इन निर्देशों के अनुसार एच-1बी वीजा प्रोग्राम की समीक्षा की जाएगी और जरूरत पड़ने पर इसमें बदलाव भी किया जाएगा। नए नियमों के अनुसार एच-1बी वीजा प्रोग्राम के तहत उन सेक्टरों की सूची बनाई जाएगी जिसमें स्किल्ड विदेशी प्रोफेशनल की सबसे ज्यादा मांग होगी।