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अमेरिकी विश्वविद्यालय ने हिन्दू अध्ययन केन्द्र के लिए मिली अनुदान राशि लौटाई

अमेरिका के एक शीर्ष विश्वविद्यालय ने संकाय सदस्यों और छात्रों द्वारा अनुदानकर्ताओं पर चरमपंथी विचारधारा का होने और दक्षिण चरमपंथी विचारधारा से प्रेरित होने का आरोप लगाए जाने के बाद हिन्दू और भारत अध्ययन केन्द्र बनाने के लिए मिली 30 लाख डॉलर की अनुदान राशि वापस कर दी है।
अमेरिकी विश्वविद्यालय ने हिन्दू अध्ययन केन्द्र के लिए मिली अनुदान राशि लौटाई

मंगलवार को मीडिया में आई एक खबर के अनुसार, अमेरिका स्थित कैलिफोर्निया इरविन विश्वविद्यालय (यूसीआई) द्वारा केंद्र शुरू करने के लिए मिली अनुदान राशि लौटाए जाने के कारण प्रस्तावित केंद्र के भविष्य पर सवाल खड़ा हो गया है। इस विश्वविद्यालय को कैलिफोर्निया स्थित धर्म सिविलाइजेशन फाउंडेशन (डीसीएफ) से 30 लाख डॉलर का अनुदान मिला था। विश्वविद्यालय ने दो अन्य केंद्रों के लिए मिले 30 लाख डॉलर के बारे में भी पुनर्विचार करने का निर्णय किया है।

 

शुरु किए जाने वाले चार केन्द्रों में वैदिक और इंडियन सिविलाइजेशन में डीसीएफ प्रसिडेन्टियल चेयर - ठक्कर परिवार डीसीएफ प्रेसिडेन्शियल चेयर इन वेदिक एंड इंडिक सिविलाईजेशन स्टडीज, स्वामी विवेकानंद डीसीएफ प्रेसिडेन्शियल चेयर इन मॉडर्न इंडिया स्टडीज, धन कौर सहोता प्रेसिडेन्शियल चेयर इन सिख स्टडीज और श्री पार्श्र्वनाथ प्रेसिडेन्शियल चेयर इन जैन स्टडीज शामिल हैं। कुछ संकाय ने सवाल उठाया कि प्रक्रिया में अनुदान को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने खतरे के संकेतों की पहचान बहुत पहले क्यों नहीं की।

 

यूसी इरविन में फिल्म एवं मीडिया स्टडीज के एक प्रोफेसर कैथरीन लियू ने कहा, आपको ऐसा करने में बहुत ज्यादा परिश्रम करने की जरूरत नहीं थी। उन्होंने कहा, मैंने उनकी वेबसाइट देखी और मुझे पता चल गया कि यह वैचारिक रूप से अत्यधिक प्रेरित और अत्यधिक दक्षिणपंथी विचारधारा का है।

 

 

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