बताया जा रहा है कि हार्डवेयर में गड़बड़ी होने से यह संकट आया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने संवाददाताओं से कहा, ‘दूतावास संबंधी मामलों के ब्यूरो की वीजा प्रणालियों में कुछ तकनीकी दिक्कत आ गई है। यह एक वैश्विक मामला है और हम इसे ठीक करने के लिए दिन रात लगातार काम कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि अमेरिका के निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों के 100 से अधिक विशेषज्ञ इसे ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं।
किर्बी ने कहा, हमें नहीं लगता कि अगले सप्ताह से पहले प्रणाली ऑनलाइन हो पाएगी। उन्होंने कहा कि समस्या हार्डवेयर के ठीक से काम नहीं कर पाने से पैदा हुई है। किर्बी ने कहा, इस दिक्कत के कारण मंत्रालय अपने दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों में बायोमीट्रिक डाटा से जुड़ी सुरक्षा संबंधी आवश्यक जानकारी को प्रोसेस करने और उसे भेजने में असमर्थ है। उन्होंने कहा, निश्चित ही यात्रियों को हुई इस असुविधा के लिए हमें खेद है। हम जानते हैं कि इससे वीजा का इंतजार कर रहे लोगों को दिक्कत हो रही है। किर्बी ने इसे सुरक्षा से जुड़ा मामला बताते हुए कहा, इसलिए हम इसे गंभीरता से ले रहे हैं। हम इसे जल्द से जल्द ठीक कराएंगे। उन्होंने कहा, निस्संदेह हम हमारी वेबसाइट पर नियमित रूप से नई जानकारियां पोस्ट करना जारी रखेंगे।