कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहे अमेरिका ने इमिग्रेशन को रोकने का फैसला लिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार सुबह यह ऐलान किया है कि अमेरिका में अब अगले आदेश तक किसी भी बाहरी व्यक्ति को आने की इजाजत नहीं दी जाएगी। डोनाल्ड ट्रंप ने इस फैसले का ऐलान अपने ट्विटर अकाउंट से किया। कोरोना वायरस की वजह से अर्थव्यवस्था पर खड़े हुए संकट को देखते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने ये फैसला लिया है।
ट्रंप ने किया ये ट्वीट
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार सुबह ट्वीट कर ऐलान किया, ‘अदृश्य दुश्मन के हमले की वजह से जो स्थिति पैदा हुई है, उसमें हमें हमारे महान अमेरिकी नागरिकों की नौकरी को बचाकर रखना है। इसी को देखते हुए मैं एक ऑर्डर पर साइन कर रहा हूं, जो अमेरिका में बाहरी लोगों के बसने पर रोक लगा देगा’।
ट्रंप के कार्यकारी आदेश का ब्यौरा फिलहाल सामने नहीं आया है। ट्रंप ने अप्रवासन वीजा को निलंबित करने की बात की है। गौरतलब है कि भारतीय आईटी पेशेवरों के बीच लोकप्रिय एच-1बी वीजा एक गैर-अप्रवासी वीजा है।
अमेरिका मे लगातार बढ़ रहा है कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा
दुनिया में कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा जूझ रहे अमेरिका में संक्रमित लोगों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव लोगों का आंकड़ा सात लाख के पार पहुंच गया है। मरने वालों की तादात भी 42 हजार के आंकड़े को पार कर गई है। हालांकि, न्यूयॉर्क में हालात सुधरने के संकेत मिले हैं यहां दो हफ्ते में पहली बार चौबीस घंटे में सबसे कम 540 लोगों की मौत हुई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति के इस फैसले से साफ है कि अब अगले आदेश तक कोई भी विदेशी नागरिक अमेरिका का नागरिक नहीं बन पाएगा और न ही इसके लिए अप्लाई कर पाएगा। बता दें कि दुनिया भर से लोग अमेरिका में नौकरी और बिजनेस के लिए जाते हैं, जो कि कुछ वक्त के बाद वहां पर ही नागरिकता के लिए अप्लाई करते हैं।
ट्रंप ने ह्वाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही थी ये बात
राष्ट्रपति ट्रंप ने ह्वाइट हाउस में शुक्रवार को पत्रकारों से नियमित बातचीत में कहा, "अगर मेरे प्रशासन ने बड़े पैमाने पर प्रयास नहीं किए होते तो मरने वालों की संख्या बहुत अधिक हो जाती।" उनका अनुमान यह है कि मरने वालों की संख्या 65 हजार के करीब पहुंच सकती है। पहले अमेरिका में कोरोना से दो लाख से ज्यादा की जान जाने का अनुमान लगाया जा रहा था। ट्रंप ने कहा कि इस महामारी के खिलाफ जंग में जीत अमेरिकी वैज्ञानिकों की प्रतिभा के बल पर मिलेगी।