शोधकर्ता कहते हैं कि जो लोग डायबिटीज (मधुमेह) से ग्रस्त हैं उनका ग्लूकोज लेबल भी इस जैविक ईंधन (बायो फ्यूल) पैच के जरिए, बिना किसी सुई या खून के सैंपल लिए ही मानीटर किया जा सकता है। अमेरिका के सैन डिएगो स्थित कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित यह स्किन पैच मात्र दो सेंटीमीटर का लचीला चौकोर चिप है जिसे आसानी से त्वचा में फिट किया जा सकता है। यह एक अच्छी धातु से बना है जो आम तौर पर बैटरी में इस्तेमाल होता है। यह शरीर के मीठे के संपर्क से पावर तैयार करता है। शोधकर्ताओें का दावा है कि यह आविष्कार पहले से उपलब्ध सेल से दसगुना अधिक काम करेगा।
विश्वविद्यालय के जोसेफ वांग का कहना है कि हम लोग वास्तव में एक प्रभावी पावर लेवेल पा गए हैं। अब अगर आप सफर पर निकले हैं तो यह आपके मोबाइल को चार्ज करने का सबसे सहायक यंत्र साबित हो सकता है। यह ब्योरा ‘न्यूज साइंटिस्ट’ की एक रिपोर्ट में दिया गया है।