अनुरा कुमार दिसानायके ने सोमवार को इस उम्मीद के बीच कि वह देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे और भ्रष्टाचार को खत्म करेंगे, श्रीलंका के नौवें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। 56 वर्षीय दिसानायके को मुख्य न्यायाधीश जयंता जयसूर्या ने राष्ट्रपति सचिवालय में शपथ दिलाई।
मार्क्सवादी जनता विमुक्ति पेरामुना पार्टी के व्यापक मोर्चे नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) के नेता दिसानायके ने शनिवार के चुनाव में सामगी जना बालवेगया (एसजेबी) के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी साजिथ प्रेमदासा को हराया।
वहीं, दूसरी तरह, श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने ने राष्ट्रपति चुनाव में अनुरा कुमारा दिसानायके की जीत के बाद देश में सत्ता परिवर्तन के तहत सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। दिसानायके के शपथ ग्रहण समारोह से पहले उनका इस्तीफा आया। 75 वर्षीय गुणवर्धने जुलाई 2022 तक प्रधानमंत्री थे।
गुणवर्धने ने दिसानायके को लिखे पत्र में कहा कि वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं, क्योंकि नए राष्ट्रपति का चुनाव हो चुका है और वह नए मंत्रिमंडल की नियुक्ति के लिए माहौल तैयार करेंगे।
मार्क्सवादी जनता विमुक्ति पेरामुना पार्टी के व्यापक मोर्चे नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) के नेता, 56 वर्षीय दिसानायके ने शनिवार के चुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी समागी जन बालवेगया (एसजेबी) के साजिथ प्रेमदासा को हराया।
मार्क्सवादी जनता विमुक्ति पेरामुना पार्टी के व्यापक मोर्चे नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) के नेता, 56 वर्षीय डिसनायके ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी समागी जन बालवेगया (एसजेबी) के साजिथ प्रेमदासा को हराया।
शनिवार को हुआ चुनाव 2022 में देश में आर्थिक संकट आने के बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के कारण गोटबाया राजपक्षे को सत्ता से हटाए जाने के बाद पहला चुनाव था।