इन पांच चरमपंथियों ने पेरिस हमलों की तर्ज पर हमला करते हुए विस्फोट किए और लोगों पर गोलीबारी की। आतंकियों ने माॅल, दूतावासों और संयुक्त राष्ट्र कार्यालयों वाले इलाके में इन हमलों को अंजाम दिया। हमले में इंडोनेशिया के एक व्यक्ति की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए। हमलावरों ने एक पुलिस चौकी को भी तबाह कर दिया।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो ने लोगों से शांति बरतने की अपील करते हुए कहा, हमारे राष्ट्र और लोगों को डरना नहीं चाहिए। हम आतंकवाद के इन कृत्यों से पराजित होने वाले नहीं हैं। हमले के कुछ ही घंटों बाद इस्लामिक स्टेट से जुड़े एक समूह ने इसकी जिम्मेदारी ली। इससे पहले जकार्ता पुलिस ने इंडोनेशियाई चरमपंथी संगठन बहरूम नईम की तरफ संकेत करते हुए कहा था कि आईएस से जुड़े एक नेटवर्क ने इस हमले को अंजाम दिया है। राष्ट्रीय पुलिस प्रवक्ता एंटन चार्लियान के मुताबिक, आज हम जो देख रहे हैं, यह समूह पेरिस हमलों के तौर-तरीकों का अनुसरण कर रहा है।
आईएस के बंदूकधारियों ने पिछले साल नवंबर महीने में पेरिस में एक साथ कई स्थानों पर हमला किया था, जिनमें 130 लोग मारे गए थे। पुलिस प्रवक्ता चार्लियान ने कहा कि पांच शक्तिशाली विस्फोट एक बड़े शाॅपिंग माॅल के सामने स्थित स्टारबक्स कैफे को निशाना बनाकर किए गए। इनमें तीन आत्मघाती विस्फोट भी शामिल थे।
विदेशी नागरिकों को बंधक बनाने का प्रयास
जकार्ता के जिस इलाके में आतंकी हमले हुए वहां एक बड़ा शॉपिंग मॉल और आसपास कई देशों के दूतावास और संयुक्त राष्ट्र कार्यालय है। माना जा रहा है कि आतंकियों का मकसद विदेशी नागरिकों को निशाना बनाना था। शहर में पहले धमाके के बाद पिस्टल लिए दो व्यक्तियों ने दो लोगों को बंधक बना लिया। बंधक बनाए गए लोगों में एक की पहचान अल्जीरियाई और कनाडा के नागरिक के तौर पर हुई है। चार्लियान ने बताया कि अल्जीरियाई नागरिक को गोली लगी और वह भाग निकलने में कामयाब रहा, लेकिन दूसरे व्यक्ति की मौत हो गई। बंधकों की मदद करने का प्रयास करने वाले एक इंडोेनेशियाई नागरिक को भी हमलावरों ने मार दिया।
मोटर साइकिल पर आए थे हमलावर
पुलिस प्रवक्ता चार्लियान ने बतया कि मोटरसाइकिल पर सवार दो लोगों ने पुलिस चौकी को टक्कर मार दी और खुद को उड़ा लिया। इस हमले में चार अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बंदूकधारी स्टारबक्स कैफे से गोलीबारी करते हुए निकले थे। पुलिस का कहना है कि चार धमाके हुए, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कम से कम छह धमाके हुए। पांच घंटों के बाद पुलिस ने उस क्षेत्रा को सुरक्षित घोषित कर दिया।
2009 के बाद सबसे बड़ा हमला
इंडोनेशिया में 2009 के बाद यह पहला बड़ा हमला है। तब दो होटलों को निशाना बनाया गया था, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई थी जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इससे पहले 2002 में बाली द्वीप के एक रिजाॅर्ट पर हमला हुआ था जिसमें 202 लोग मारे गए थे। मृतकों में अधिकतर विदेशी नागरिक थे।