अमेरिकी प्रशांत कमान कमांडर एडमिरल हैरी बी हैरिस ने कहा, यह दक्षिण कोरिया और जापान में अपने साझेदारों के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन था। उन्होंने कहा, उत्तर कोरिया का परमाणु परीक्षण अंतरराष्ट्रीय मापदंडों का स्पष्ट उल्लंघन है। हिंद-एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य बल अपने क्षेत्रीय साझेदारों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे ताकि स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उत्तर कोरिया की सीमा से करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर दोनों देशों के विमानों की उड़ान अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच मजबूत साझेदारी का प्रदर्शन है।
अमेरिकी प्रशांत कमान का मुख्यालय हवाई में है और उत्तरी अमेरिका के पश्चिमी समुद्र तट से लेकर भारत की पश्चिमी सीमा तक पृथ्वी के तकरीबन आधे हिस्से में अमेरिकी एयरफोर्स, आर्मी, नेवी और मरीन सैन्य बलों की जिम्मेदारी इसी पर है। बी-52 बमवर्षक विमान परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम है और अमेरिकी प्रशांत कमान की इंडो-एशिया-पैसेफिक क्षेत्र में बमवर्षक मौजूदगी का अहम हिस्सा है। उत्तर कोरिया की सीमा पर उड़ान भरने वाले बी-52 बमवर्षकों के साथ यूएस के एफ-16 और दक्षिण कोरिया के एफ-15 विमान भी शामिल थे।