उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पिछले 24 घंटों में सांप्रदायिक हिंसा में कम से कम 18 लोग मारे गए और 30 अन्य घायल हो गए।
अफगानिस्तान की सीमा से लगे कुर्रम जिले में अलीजई और बागान जनजातियों के बीच संघर्ष गुरुवार को यात्री वैन के काफिले पर हुए हमले के बाद हुआ, जिसमें आतंकवादियों ने 47 लोगों की हत्या कर दी थी।
बालिश्खेल, खार काली, कुंज अलीजई और मकबल में भी गोलीबारी जारी है।
आदिवासी एक दूसरे पर भारी और स्वचालित हथियारों से हमला कर रहे हैं। अब तक झड़पों में 18 लोग मारे गए हैं और 30 घायल हुए हैं। स्वतंत्र और मीडिया सूत्रों ने झड़पों में 30 से ज़्यादा लोगों के मारे जाने की ख़बर दी है।
लड़ाई में घरों और दुकानों को भी नुकसान पहुंचा है। विभिन्न गांवों से लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। निजी शिक्षा नेटवर्क के अध्यक्ष मुहम्मद हयात हसन ने बताया कि बिगड़ते हालात के कारण शनिवार को जिले के सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे।
गुरुवार को बागान, मंदुरी और ओछाट में 50 से ज़्यादा यात्री वाहनों पर गोलीबारी की गई। पुलिस ने बताया कि गोलीबारी में छह वाहन सीधे तौर पर क्षतिग्रस्त हो गए, जिसके परिणामस्वरूप महिलाओं और बच्चों सहित 47 लोगों की मौत हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि ये वाहन पाराचिनार से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रहे थे। उन्होंने बताया कि ज़्यादातर पीड़ित शिया समुदाय के थे।