घटना में करीब 100 लोग घायल हो गए हैं। घटना फ्रांस के नीस शहर के फ्रेंच रिवेरा रिजॉर्ट में हुई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि उन्होंने घटना से पहले गोलियां चलने की आवाज भी सुनी थी। जो लोग इस बर्बर हमले का शिकार हुए हैं उनमें से अधिकांश वहां नेशनल डे के मौके पर आतिशबाजी करने जुटे थे। हालांकि इतने लोगों की जान लेने वाला आतंकी भी मारा जा चुका है। सुरक्षाकर्मियों ने उसे गोली मार दी है।
घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की तादाद अभी बढ़ सकती है।
राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने घटना को आतंकी हमला करार दिया है। खास बात यह है कि पिछले नवंबर में फुटबॉल मैच पर आतंकी हमले के बाद देश में लगाए गए आपातकाल को इसी महीने हटाने की चर्चा चल रही थी मगर इस घटना के बाद अब शायद आपातकाल कुछ और महीने तक लगा रह सकता है। फ्रांस में 14 जुलाई को राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में फ्रांस लगातार आतंकी हमलों का शिकार होता रहा है। पिछले वर्ष नवंबर में फ्रांस में फुटबाल मैच के दौरान हुए हमले में 130 लोग मारे गए थे। इससे पहले शार्ली आब्दो नामक कार्टून पत्रिका के दफ्तर पर हमला कर आतंकियों ने पूरे संपादकीय टीम को मार डाला था।
आज की घटना के बारे में एक सांसद ने फ्रेंच टीवी को बताया कि ट्रक से भारी मात्रा में बंदूकें और ग्रेनेड मिले हैं। घटना स्थल पर पुलिस और ऐंबुलेंस भेजी गई हैं, जबकि निकाय अधिकारियों ने शहर के लोगों से घरों के अंदर ही रहने को कहा है। एएफपी के एक रिपोर्टर के मुताबिक सफेद रंग का एक ट्रक बेहद तेजी से उन लोगों की ओर आ रहा था, जो सालाना 'बैस्टिल डे', (फ्रेंच नैशनल डे) भी कहा जाता है, का जश्न मना रहे थे। रिपोर्टर ने बताया, हमने देखा कि लोगों पर वह ट्रक चढ़ गया और उनके शरीर के टुकड़े जहां-तहां बिखरे थे।