अपनी संवाद समिति अमाक के माध्यम से जारी एक बयान में शनिवार को आईएस ने दावा किया कि उसके खिलाफ लड़ रहे गठबंधन देशों को निशाना बनाने के उसके आह्वान पर उसके एक सैनिक ने बृहस्पतिवार की रात यह हमला किया। रिवेरिया सिटी में ट्यूनीशियाई नागरिक मोहम्मद लाहोएज बोहलेल ने 19 टन के ट्रक से भीड़ को कुचल दिया था जो 14 जुलाई को फ्रांस का राष्ट्रीय दिवस मना रहे थे। फ्रांस के एक न्यायिक सूत्र ने बताया कि गिरफ्तार किए गए चार लोगों में से एक व्यक्ति को कल पकड़ा गया जबकि तीन अन्य को आज सुबह गिरफ्तार किया गया। हमला करने वाले ट्रक चालक की पूर्व पत्नी भी पुलिस की गिरफ्त में है। आतंकी संगठन आईएस ने पेरिस के 13 नंवबर के हमले की भी जिम्मेदारी ली थी जिसमें 130 लोगों की जान गई थी। शार्ली हेब्दो और यहूदी सुपरमार्केट पर जनवरी, 2015 में हमला करने वाले बंदूकधारी का भी संबंध आईएस और अलकायदा से था।
संवाद समिति एपी के अनुसार बोहलेल के बारे प्राप्त जानकारी के अनुसार वह एक मामूली अपराधी था और इस हमले से पहले से उस पर फ्रांसीसी खुफिया सेवाओं की नजर थी। वह एक परेशान, नाराज रहने वाला व्यक्ति था और इस्लाम में उसकी रूचि कम ही थी। उसका जन्म ट्यूनिशिया के म्साकेन कस्बे में हुआ था। कुछ साल पहले वह फ्रांस आया और डीलीवरी ड्राइवर का काम करते हुए कानूनी रूप से रहने लगा। उसके पड़ोसियों ने बताया कि तीन बच्चों का बाप बोहलेल उन्मादी प्रवृत्ति और शराब का आदी था। वह कई महिलाओं से संबंध रखता था।
बोहलेल के पिता मोहम्मद मोंढेर लाहौएज बोहलेल ने कहा कि जब भी वह हिंसक होता तो वह अपने आसपास की चीजें तोड़ने-फोड़ने लगता था। उन्होंने बताया कि वह चार साल से ट्यूनिशिया नहीं गया था और वह अपने परिवार के संपर्क में भी नहीं था। पिता ने बताया, वह नमाज नहीं पढ़ता था, वह मस्जिद नही जाता था, उसका धर्म से कोई वास्ता नहीं था। उन्होंने बताया कि वह रमजान के महीने के रोजे में भी यकीन नहीं करता था। नीस हमले की जांच में जुटे जांचकर्ताओं ने शुक्रवार को कहा था कि उन्हें इस ड्राइवर का इस्लामिक स्टेट से संबंध नहीं मिला है। बोहलेल पिछले छह सालों से धमकी देने, हिंसा और चोरी को लेकर कई कानूनी पचड़े में पड़ा था। मार्च में उसे रोडरेज की घटना में छह महीने की निलंबित सजा सुनाई गई थी।
बृहस्पतिवार को हुए आतंकी हमले ने एक बार फिर फ्रांस की जड़ें हिला दी हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने पेरिस में शीर्ष सुरक्षा सलाहकारों एवं कैबिनेट मंत्रियों के साथ बैठक की। अठारह महीने में फ्रांस में तीन बड़े हमले होने के बाद विपक्ष और मीडिया ने सुरक्षा विफलता को लेकर सरकार की आलोचना तेज कर दी है। बृहस्पतिवार की रात को प्रोमेनेड डेस एंगलैस में करीब 30 हजार लोग अपने दोस्तों और परिवार के साथ आतिशबाजी देखने पहुंचे थे, लेकिन आतंकवादी द्वारा उन पर ट्रक चलाए जाने के बाद वह रात उनके लिए भयावह साबित हुई। ओलांद ने कहा कि देश तीन दिन तक शोक मनाएगा और उन्होंने यह भी कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि 50 से अधिक घायल लोग जिंदगी से संघर्ष कर रहे हैं।