मैनुएल वॉल्स उन्होंने कहा कि हम किसी भी खतरे की अनदेखी नहीं कर सकते। कैमिकल और बायोलॉजिकल हथियारों का खतरा है। इस बहस के दौरान उन्होंने देश में आतंकी हमले के मद्देनजर किए गए उपायों की जानकारी भी दी। गौरतलब है कि पेरिस में हुए आतंकी हमले में करीब 129 लोग मारे गए थे जबकि 400 से ज्यादा घायल हो गए। इन हमलों को लेकर फ्रांस की सुरक्षा व्यवस्था भी आलोचकों के निशाने पर आ गई है।
उधर, पेरिस हमले के साजिशकर्ताओं की छानबीन और धरपकड़ के लिए फ्रांस व यूरोप में कई जगह अभियान जारी हैं। बुधवार को उत्तरी पेरिस के एक अपार्टमेंट में करीब 7 घंटे चली मुठभेड़ के बाद 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया था जबकि दो संदिग्ध जेहादी मारे गए। इनमें एक महिला फिदायीन ने खुद को विस्फोट से उठा दिया था। इस मुठभेड़ में पेरिस हमले के मास्टर माइंड अब्देलहामिद अबाउद के मारे जाने की आशंका भी जताई जा रही है। लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। फ्रांस ने मुठभेड़ में मारे गए और पकड़े गए लोगों की पहचान उजागर नहीं की है।
हमलावरों की तलाश में ब्रसेल्स में 6 जगह छापेमारी
पेरिस हमले में शामिल फिदायीन बिलाल हादफी को पकड़ने के लिए बेल्जियम के ब्रसेल्स में 6 जगह छापे मारे गए हैं। गत शुक्रवार को पेरिस में हुई कई धमाकों में नेशनल स्टेडियम को भी निशाना बनाया गया था। इस हमले के पीछे बिलाल हदफी नाम के फिदायीन का हाथ बताया जा रहा है। बेल्जियम के अधिकारियों ने समाचार एजेंसियों को बताया कि यूरोप में इस्लामिक कट्टरपंथियों के गढ़ माने जाने वाले इलाके ब्रसेल्स के मोलेंबीक समेत कई जगह छापेमारी की गई है। अतीत में कई आतंकी घटनाओं के तार बेल्जियम के इस इलाके से जुड़ चुके हैं।