घायलों की संख्या 150 से अधिक बताई जा रही है। एक अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि मृतक संख्या और बढ़ने की आशंका है। यह संख्या 50 से भी ज्यादा हो सकती है।
यिलदिरिम ने कहा कि इस हमले को तीन आत्मघाती हमलावरों ने अंजाम दिया और सभी शुरुआती संकेत बताते हैं कि इसके पीछे इस्लामिक स्टेट समूह का हाथ है। उन्होंने बताया कि हमलावर एक टैक्सी में सवार होकर हवाईअड्डे पहुंचे और उन्होंने गोलीबारी करने के बाद खुद को उड़ा लिया। यह पूछे जाने पर कि क्या किसी चौथे हमलावर के बचकर भाग जाने की आशंका है, उन्होंने कहा कि अधिकारियों को ऐसा नहीं लगता, लेकिन वे हर संभावना पर विचार कर रहे हैं।
यिलदिरिम ने बताया कि पीड़ितों में कुछ विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। कई घायलों को मामूली चोटें आई हैं लेकिन अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। तुर्की के एक अन्य अधिकारी ने सरकारी प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए अपनी पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर कहा कि दो हमलावरों ने पुलिस की गोलीबारी के बाद अंतरराष्ट्रीय आगमन टर्मिनल के प्रवेश पर विस्फोट किया जबकि तीसरे हमलावर ने पार्किंग स्थल पर स्वयं को उड़ा लिया। अधिकारी ने गृह मंत्रालय की जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि कोई भी हमलावर टर्मिनल के प्रवेश पर सुरक्षा जांच से बचकर नहीं निकल सका।
तुर्की के हवाईअड्डों पर टर्मिनल इमारतों के प्रवेश और इसके बाद प्रस्थान द्वार में प्रवेश से पहले सुरक्षा जांच होती है। हमले के बाद हवाईअड्डे के चारों ओर की सड़कों को नियमित यातायात के लिए बंद कर दिया गया और कई एंबुलेंस वाहनों को वहां आते-जाते देखा गया। जर्मनी से कुछ ही देर पहले अपने परिवार के साथ पहुंची हेविन जीनी (12) की आंखों में आंसू थे और वह सदमे में थी। उसने कहा, जमीन पर खून था। सब कुछ विस्फोट के कारण टुकड़े-टुकड़े हो गया...यदि हम दो मिनट पहले पहुंचे होते, तो हम भी मारे जाते।
दक्षिण अफ्रीकी जूडी फैविश अपने घर डबलिन जाते समय दो दिन के लिए इस्तांबुल में रुकी थी। उसने चेक इन किया ही था कि उसे गोलीबारी के बाद एक विस्फोट की आवाज सुनाई दी। उसने कहा कि वह कुछ देर के लिए एक काउंटर के नीचे छुप गई। जूडी ने कहा कि यात्रियों को बेसमेंट में बने एक जलपान गृह में ले जाया गया। उन्हें एक घंटे से भी अधिक समय बाद बाहर निकलने की अनुमति दी गई। निजी डीएचए संवाद समिति ने बताया कि घायलों में पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। घायलों को बाकिरकोय स्टेट हॉस्पिटल ले जाया जा रहा है। तुर्की पर हालिया महीनों में इस्लामिक स्टेट समूह के आतंकवादियों या कुर्द विद्रोहियों ने कई विस्फोट किए हैं।
इस्तांबुल हवाईअड्डे पर हुआ हमला अमानवीय : मोदी
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस्तांबुल में हुए आतंकी हमले की आज निंदा की और इसे अमानवीय तथा भयावह करार दिया। मोदी ने एक ट्वीट में कहा, इस्तांबुल में हुआ हमला अमानवीय और भयावह है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। पीड़ित परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। इस्लामिक स्टेट के संदिग्ध आतंकवादियों ने इस्तांबुल के अतातुर्क हवाईअड्डे के अंतरराष्टीय टर्मिनल को निशाना बनाया जिसमें कम से कम 36 लोग मारे गए हैं और अनेक घायल हुए हैं।
तुर्की में आतंकी हमले में कोई भारतीय हताहत नहीं
तुर्की के अतातुर्क हवाईअड्डे के अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल पर हुए आतंकी हमले में किसी भारतीय के हताहत होने की अब तक कोई खबर नहीं है। विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारतीय वाणिज्य दूतावास इस्तांबुल प्रशासन के संपर्क में है और मदद चाहने वाले भारतीयों के लिए आपातकालीन नंबर दिए हैं। मंत्रालय ने कहा कि किसी भारतीय के हताहत होने के बारे में अब तक कोई खबर नहीं है।
संरा, अमेरिका ने हमले की निंदा की
संयुक्त राष्ट्र संघ और अमेरिका ने इस्तांबुल के अतातुर्क अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग बढ़ाने की अपील की और तुर्की को निरंतर मदद मुहैया कराने का संकल्प लिया। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, महासचिव ने उम्मीद जताई कि अपराध को अंजाम देने वालों की पहचान की जाएगी और उन्हें न्याय के दायरे में लाया जाएगा। वह इस खतरे का सामना कर रहे तुर्की के साथ मजबूती से खड़े हैं।
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कहा, अतातुर्क अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा इस साल में पहले हमले का शिकार हुए ब्रसेल्स हवाईअड्डे की तरह अंतरराष्ट्रीय संपर्कों एवं उन संबंधों का एक प्रतीक है जो हमें साथ लाते हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा को होमलैंड सिक्योरिटी एंड काउंटरटेररिज्म की असिस्टेंट लीसा मोनाको ने विस्फोट की जानकारी दी।