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मोदी का जादू फेल, सादिक खान लंदन के मेयर बने

देश में मोदी का जादू चल सकता है लेकिन दूर विदेश में उनके नाम पर चुनाव जीतने की एक अदद कोशिश आखिरकार कामयाब नहीं हो पाई। लंदन के मेयर चुनाव में मोदी कार्ड के जरिए चुनाव जीतने की कोशिश को धक्‍का लगा है। मोदी के नाम पर वोट मांगने वाले कंजरवेटिव उम्‍मीदवार जैक गोल्‍डस्मिथ को लेबर पार्टी के सादिक खान के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा है। सादिक लंदन के पहले मुस्लिम मेयर होंगे।
मोदी का जादू फेल, सादिक खान लंदन के मेयर बने

कंजरवेटिव पार्टी के उम्‍मीदवार जैक गोल्डस्मिथ ने पीएम मोदी के नाम का इस्तेमाल  कर लंदन के हिंदू और सिख मतदाताओं को रिझाने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो पाए। गोल्डस्मिथ की तरफ से किए जा रहे प्रचार में मोदी की  तस्‍वीर और उनके कार्यों का जमकर बखान किया गया लेकिन कुछ नहीं हुआ। चुनाव प्रचार में कहा गया कि गोल्डस्मिथ ने पीएम डेविड कैमरन के साथ भारत के पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया था। प्रचार में यह भी बताया गया कि सादिक खान ने मोदी को ब्रिटेन में आने से रोकने की कोशिश की और पिछले साल मोदी के कार्यक्रम में शामिल भी नहीं हुए। बहरहाल  ब्रिटेन के इतिहास में पहली बार पाकिस्तानी बस चालक के पुत्र सादिक खान को लंदन का नया मेयर घोषित किया गया। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी गोल्‍डस्मिथ को बड़े अंतर से शिकस्त दी है। सादिक की इस जीत से आठ साल बाद ब्रिटेन की राजधानी लंदन में एक बार फिर लेबर शासन की वापसी हुई है।  सभी फर्स्‍ट प्रेफरेंस वोट की गिनती होते ही खान की जीत तय हो गई, जिसमें उन्हें अपने प्रतिद्वंद्वी जैक गोल्डस्मिथ से नौ अंक अधिक यानी 46 प्रतिशत मत मिले। सादिक की इस जीत से ब्रिटेन की राजधानी में कंजरवेटिव के आठ साल के शासन के बाद लेबर सत्ता की वापसी हुई है।
लेबर नेता जेरेमी काॅर्बिन ने औपचारिक घोषणा से पहले ट्वीट करके खान को बधाई दी  और कहा कि सभी के लिए बेहतर एक एेसे लंदन के निर्माण में आपके साथ काम करने का अब और इंतजार नहीं कर सकता हूं। एेसा माना जा रहा है कि लंदन के 45 प्रतिशत मतदाताओं के मतों के कारण उन्हें भारी बहुमत हासिल करने में मदद मिली। उन्हें करीब 10 लाख वोट मिले।

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