भारत के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से प्रेरित इस परमार्थ संगठन की जांच ब्रिटेन ने तब शुरू की जब संगठन के शिविर में एक शिक्षक को मुस्लिम और ईसाई विरोधी टिप्पणियां करते पाए जाने का वीडियो फुटेज सामने आया। हिंदू स्वयंसेवक संघ ब्रिटेन में 1968 से काम कर रहा है और वह विचाराधारा की दृष्टि से आरएसएस से प्रेरित है। इस सप्ताह उसके चरमपंथी विचारों और अनुचित कामकाज को लेकर चिंता प्रकट किए जाने के बाद देश की परमार्थ निगरानी संस्था ने सांविधिक जांच शुरू की है।
यह संगठन तब निगरानी संस्था की नजर में आया जब आईटीवी नेटवर्क ने अपने वृत्तचित्र ‘चैरिटीज बिहेविंग बैडली’ में दिखाया कि हेयरफोर्डशायर में एक शिविर में एक शिक्षक ने सवालों के जवाब के दौरान अन्य धर्मों के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी की। चैरिटी कमीशन में जांच, निगरानी एवं प्रवर्तन निदेशक मिशेल रशल ने कहा, हमने जो फुटेज देखे हैं, उससे हम बेहद परेशान हैं, उनमें से कुछ बेहद गंभीर हैं। स्पष्ट रूप से यह पुलिस का मामला है। कमीशन ने कहा कि एचएसएस ब्रिटेन के मामले में यह नई सूचना है जो उसके संज्ञान में लाई गई है और उसके तत्काल बाद नियामक कार्रवाई की गई।
ब्रिटेन स्थित इस्लामी और सिख परमार्थ संगठन भी ऐसी कार्रवाई का सामना कर चुके हैं। इसी बीच एचएसएस ब्रिटेन ने कहा कि जो व्यक्ति कैमरे पर पकड़ा गया वह उसका पदाधिकारी नहीं है। वह आगे और एहतियात बरतेगा ताकि ऐसे विचार उसके मंच से नहीं व्यक्त किए जाएं जिनसे विभिन्न धर्मों के बीच वैमनस्य पैदा हो।