यूक्रेन में जारी युद्ध लगातार भयावह होती जा रही है। दोनों तरफ से जारी गोलीबारी में सैनिकों के साथ-साथ आम नागरिकों के जान-माल का भी भयंकर नुकसान हो रहा है। यूक्रेन के अभियोजन जनरल कार्यालय के मुताबिक युद्ध में अभी तक 122 बच्चे मारे जा चुके हैं।
यूक्रेन में अभियोजक जनरल के कार्यालय का कहना है कि रूसी आक्रमण की शुरुआत से अब तक देश में कुल 112 बच्चों की मौत हो चुकी है। कार्यालय का कहना है कि 24 फरवरी से अब तक 140 से अधिक बच्चे घायल हो गए हैं।
संयुक्त राष्ट्र की बाल एजेंसी के अनुसार, 15 लाख से अधिक बच्चे यूक्रेन से भाग गए थे। अधिकांश परिवार पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया, मोल्दोवा और रोमानिया भाग गए हैं। यूनिसेफ का कहना है कि महिलाओं और लड़कियों को अकेले यात्रा करने से विशेष रूप से लिंग आधारित हिंसा का खतरा होता है।
वहीं, यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की का कहना है कि रूसी सेना यूक्रेन को हर तरफ़ से रोक रही है, जिससे शहर में "मानवीय तबाही" बढ़ सके। उनका कहना है कि रूस आपूर्ति को देश के केंद्र और दक्षिण-पूर्व में घिरे शहरों तक पहुंचने से रोक रहे हैं।
उन्होंने फिर से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से सीधे उनके साथ बातचीत करने की अपील की। जेलेंस्की ने कहा कि "यह मिलने का समय है, बोलने का समय है। मैं चाहता हूं कि खासकर मॉस्को में कोई मेरी बात सुने।