देश के आपात सेवा मंत्रालय के एक प्रवक्ता मोहम्मद सवारोव ने एएफपी को बताया कि मारे जाने वाले लोगों में से ज्यादातर लोग नजदीकी गांव डचा-सू के हैं, जहां पर विमान स्थानीय समयानुसार सुबह साढ़े सात बजे दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
सवारोव ने बताया कि मारे जाने वाले लोगों की कुल संख्या अधिक हो सकती है। उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने भारी पैमाने पर तलाशी और बचाव अभियान शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया, गांव में मकानों को क्षति पहुंची है।
आपात सेवा मंत्रालय ने बताया कि मरने वाले लोगों में कम से कम चार पायलट भी शामिल हैं। तुर्की एयरलाइंस का यह विमान हांगकांग से किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक के रास्ते इस्तांबुल जा रहा था। एक पायलट का शव मिलना अभी बाकी है।
आपात सेवा मंत्रालय के मुताबिक, हादसे में करीब 43 मकानों को क्षति पहुंची है। बताया गया है कि दुर्घटना के कारण आग लग गयी थी और फैल गई थी लेकिन अब इसे एक स्थान पर रोक दिया गया है।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, जिन मकानों पर विमान गिरा, वहां रहने वाले पूरे-पूरे परिवार हादसे का शिकार हो गए। उन्होंने बताया, घरों में कुछ नहीं बचा है। लोग अपने बच्चों, पूरे परिवार के साथ मारे गये हैं। कई लोग सो रहे थे।
हवाई अड्डे के अधिकारियों ने बताया कि देश का मानस हवार्ई अड्डा बंद कर दिया गया है और शाम तक के लिए उड़ानों को रद्द कर दिया गया है।
सरकार ने एक बयान में कहा कि उप प्रधानमंत्री मोउखम्मेटकली और आपात स्थितियों एवं परिवहन मंत्रालय के मंत्रियों ने घटनास्थल का दौरा किया।
किर्गिस्तान की मीडिया के मुताबिक, देश के राष्ट्रपति अलमाजबेक अतामबयेव ने बिश्केक लौटने के लिए अपना चीन दौरा रद्द कर दिया है।
एएफपी