अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज के निदेशक डॉ. एंथनी फौसी ने कहा है कि अमेरिका अगले दो सप्ताह के अंदर आपातकालीन उपयोग के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की एस्ट्राजेनेका और जॉनसन एंड जॉनसन द्वारा विकसित की गई कोविड वैक्सीन को मंजूरी दे सकता है।
डॉ. फौसी ने रविवार देर रात एक साक्षात्कार में एनबीसी प्रसारक को बताया कि अमेरिका जॉनसन एंड जॉनसन और एस्ट्राजेनेका के टीकों को आपातकालीन उपयोग के लिए बहुत जल्द मंजूरी दे सकता है। उन्होंने कहा, “मुझे एक या दो सप्ताह की अवधि के भीतर या अधिक से अधिक अगले कुछ हफ़्ते में वैक्सीन के बारे में आंकड़े प्राप्त होने की उम्मीद है।”
रोग नियंत्रण एवं निवारण केंद्र के अनुसार एफडीए ने दिसम्बर में फाइजर और मॉडर्ना द्वारा विकसित की गई वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग में लाने की मंजूरी दी थी। अभी तक अमेरिका में एक करोड़ 20 लाख से अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है।
ब्रिटेन, भारत, ब्राजील और कई अन्य देशों में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की एस्ट्राजेनेका को स्वीकृति मिल गयी है। जबकि जॉनसन एंड जॉनसन को अभी तक कहीं भी मंजूरी नहीं मिली है।
कोरोना के नए स्वरूप को हराने में मददगार
फौसी ने कहा कि नागरिकों को लगाया जा रहा टीका कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के नए स्वरूप को हराने में मददगार है। उन्होंने कहा, “अगर हम अधिकांश आबादी का टीकाकरण पूरा कर लेते हैं तो हम कोरोना वायरस के नए स्वरूप को भी हरा सकते हैं।” फौसी के अनुसार वर्तमान में उपलब्ध साधनों की तुलना में कोरोना वायरस नए स्वरूप के मजबूत होने पर टीके को अपग्रेड की आवश्यकता हो सकती है।