अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट के पासक रविवार शाम को एक रिहाइशी इलाके में हवाई हमला किया गया। हमले के कुछ देर के बाद तालिबान और अमेरिका के अधिकारियों ने दावा किया कि अमेरिका ने एयरस्ट्राइक की है।
यूएस सेंट्रल कमांड के प्रवक्ता बिल अर्बन ने कहा कि एक अमेरिकी हवाई हमले ने एक वाहन में एक आत्मघाती हमलावर को निशाना बनाया जो अमेरिकी सेना की निकासी के बीच काबुल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर हमला करना चाहता था। वाहन में पर्याप्त मात्रा में विस्फोटक सामग्री थी। प्रवक्ता बिल अर्बन ने कहा कि अमेरिकी सैन्य बलों ने आज काबुल में एक वाहन पर एक आत्मरक्षा मानव रहित हवाई हमला किया, जिससे हामिद करजई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आईएसआईएस-के का खतरा समाप्त हो गया। हमें विश्वास है कि हमने लक्ष्य को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। हम नागरिकों के हताहत होने की संभावनाओं का आकलन कर रहे हैं, हालांकि इस समय हमारे पास कोई संकेत नहीं है।
एपी के अनुसार, अमेरिका ने जो एयरस्ट्राइक की है, उसमें एक आत्मघाती हमलावर को निशाना बनाया गया। अमेरिका ने यह हवाई हमला उस समय किया है, जब काबुल एयरपोर्ट पर उसका रेस्क्यू अभियान जारी है। 31 अगस्त को अमेरिका का यह अभियान खत्म हो जाएगा और अब तक उसने एक लाख से ज्यादा लोगों को अफगानिस्तान से सुरक्षित निकाल लिया है।
इससे पहले 26 अगस्त को काबुल एयरपोर्ट के बाहर सीरियल धमाकेहुए थे। इसमें अफगानिस्तान के 169 नागरिक मारे गए थे और अमेरिका के 13 जवानों की भी जान चली गई थी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने हमले के बाद जल्द से जल्द बदला लेने की बात कही थी।
रॉयटर्स को अमेरिका के दो अधिकारियों ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि यह हमला अमेरिका ने आईएसआईएस-के के संदिग्ध आतंकी को निशाना बनाते हुए किया।
तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिद ने बताया कि रॉकेट से हुए इस हमले में दो लोगों के मरने की खबर है। उन्होंने कहा कि 31 अगस्त के बाद इवेकुएशन ऑपरेशन को नहीं बढ़ाया जाएगा। अफगानिस्तान छोड़ रहे नागरिकों से कहा कि वह वापस आएं और दूसरे देश न जाएं। यदि अगर जाना चाहते हैं तो फिर कानूनी रास्ते, पासपोर्ट और वीजा के जरिए जा सकते हैं।
बता दें कि रॉकेट हमले के बाद चारों ओर धुआं नजर आ रहा था। लोग जान बचाने के लिए सड़कों पर भागते नजर आए। बताया जा रहा है कि मृतकों में एक बच्चा भी शामिल है।